Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राज्य
  • उत्तराखंड
  • हरिद्वार
  • आईआईटी रुडक़ी ने बनाया ट्रैकर एप
  • हरिद्वार

आईआईटी रुडक़ी ने बनाया ट्रैकर एप

RNS INDIA NEWS 28/12/2020
default featured image

बताएगा कि कहां पर कितनी भीड़ है साथ ही रियल टाइम में भीड़ ही नहीं वरन प्रत्येक व्यक्ति को भी करेगा ट्रैक

रुडक़ी। 2021 यदि कुंभ प्रशासन ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुडक़ी के एप का इस्तेमाल किया तो भीड़ नियंत्रण प्रबंधन में प्रशासन को काफी मदद मिलेगी। संस्थान के वैज्ञानिक ने ट्रैकर नाम से एक एप विकसित किया है जो यह बताएगा कि कहां पर कितनी भीड़ है। साथ ही रियल टाइम में भीड़ ही नहीं वरन प्रत्येक व्यक्ति को ट्रैक भी करेगा। इस समय प्रशासन कुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। कुंभ मेले में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भीड़ नियंत्रण प्रबंधन होता है। अभी तक प्रमुख स्नान एवं कुंभ आदि में भीड़ का अनुमान ही लगाया जाता है। कई बार अनुमान विफल हो जाते हैं, जिसकी वजह से कई तरह की परेशानी होती है। कुंभ से जुड़ी प्रत्येक बैठक में भीड़ नियंत्रण प्रबंधन पर सबसे अधिक जोर रहता है। पुराने कुंभ मेले के अनुभव के आधार पर भीड़ नियंत्रण प्रबंधन किया जाता है। इसको देखते हुए आइआइटी रुडक़ी के सिविल विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर कमल जैन ने ट्रैकर नाम से एक मोबाइल एप का निर्माण किया है। इसके जरिये कुंभ क्राउड मैनेजमेंट किया जा सकता है। उन्होंने एप के बारे में बताया कि यह एप लोकल मैनेजमेंट में बेहतर साबित होगा। यह एप जीपीएस, डाटा को एनालेसिस कर बताता है कि प्रत्येक व्यक्ति की उस समय की लोकेशन कहां पर है। मेन सर्वर पर यह जानकारी मिलेगी कि किस स्थान पर कितने व्यक्ति मौजूद है। एप को डाउनलोड करने वाले व्यक्ति को पता चल जाएगा कि उस समय कहां पर कितनी भीड़ है। उन्होंने बताया कि ट्रायल के दौरान एप ने बेहतर परिणाम दिए हैं। इसके बाद एप का पेटेंट भी कराया गया है। कुंभ में यह काफी मददगार साबित होगा।

गूगल मैप से है अलग: प्रो. कमल जैन ने बताया कि गुगल मैप तो केवल सडक़ पर दौड़ रहे वाहनों को ही ट्रैकिंग करता है, जबकि यह एप एक जगह पर खड़े व्यक्तियों को भी ट्रैक करेगा। या एक जगह पर खड़ी भीड़ को भी दर्शाएगा। कई बार यह भी अनुभव आता है कि जहां ज्यादा भीड़ एवं जाम के लिए रेड लाइन दिखाता है वास्तव में वहां पर उतनी भीड़ नहीं होती है। यह ट्रैकिंग एप अलग-अलग प्वाइंट पर भी भीड की सटीक जानकारी देगा।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: पैसे दोगुने करने के नाम पर 13 लाख रुपये की ठगी
Next: इंश्योरेंस कंपनी को 5 लाख 78 हजार रुपये मुआवजा भुगतान करने के आदेश

Related Post

default featured image
  • हरिद्वार

निगम के सभागार में यू-ट्यूबर की बर्थ-डे पार्टी और अश्लील डांस पर भड़के लोग

RNS INDIA NEWS 12/10/2025
default featured image
  • हरिद्वार

चाइल्ड हेल्पलाइन ने 60 बच्चे सकुशल घर पहुंचाए

RNS INDIA NEWS 11/10/2025
default featured image
  • हरिद्वार

हाईवे पर डिवाइडर के बीच उगी झाड़ियों से हादसों का खतरा

RNS INDIA NEWS 07/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 13 अक्टूबर
  • रील बनाने के नाम पर पुलिस कर्मी के बेटी से दुष्कर्म
  • जखोली में पर्यटन विकास मेला 25 से, तैयारियां तेज
  • बीजों के चयन से पहले जलवायु का भी रखें ध्यान
  • अशासकीय वित्त विहीन स्कूलों ने अनुदान को लेकर दी आंदोलन की चेतावनी
  • 1347 एलटी शिक्षकों को मिलेंगे नियुक्ति पत्र :  डॉ. धन सिंह रावत

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.