आईआईटी रुडक़ी ने बनाया ट्रैकर एप

बताएगा कि कहां पर कितनी भीड़ है साथ ही रियल टाइम में भीड़ ही नहीं वरन प्रत्येक व्यक्ति को भी करेगा ट्रैक

रुडक़ी। 2021 यदि कुंभ प्रशासन ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुडक़ी के एप का इस्तेमाल किया तो भीड़ नियंत्रण प्रबंधन में प्रशासन को काफी मदद मिलेगी। संस्थान के वैज्ञानिक ने ट्रैकर नाम से एक एप विकसित किया है जो यह बताएगा कि कहां पर कितनी भीड़ है। साथ ही रियल टाइम में भीड़ ही नहीं वरन प्रत्येक व्यक्ति को ट्रैक भी करेगा। इस समय प्रशासन कुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। कुंभ मेले में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती भीड़ नियंत्रण प्रबंधन होता है। अभी तक प्रमुख स्नान एवं कुंभ आदि में भीड़ का अनुमान ही लगाया जाता है। कई बार अनुमान विफल हो जाते हैं, जिसकी वजह से कई तरह की परेशानी होती है। कुंभ से जुड़ी प्रत्येक बैठक में भीड़ नियंत्रण प्रबंधन पर सबसे अधिक जोर रहता है। पुराने कुंभ मेले के अनुभव के आधार पर भीड़ नियंत्रण प्रबंधन किया जाता है। इसको देखते हुए आइआइटी रुडक़ी के सिविल विभाग के वैज्ञानिक प्रोफेसर कमल जैन ने ट्रैकर नाम से एक मोबाइल एप का निर्माण किया है। इसके जरिये कुंभ क्राउड मैनेजमेंट किया जा सकता है। उन्होंने एप के बारे में बताया कि यह एप लोकल मैनेजमेंट में बेहतर साबित होगा। यह एप जीपीएस, डाटा को एनालेसिस कर बताता है कि प्रत्येक व्यक्ति की उस समय की लोकेशन कहां पर है। मेन सर्वर पर यह जानकारी मिलेगी कि किस स्थान पर कितने व्यक्ति मौजूद है। एप को डाउनलोड करने वाले व्यक्ति को पता चल जाएगा कि उस समय कहां पर कितनी भीड़ है। उन्होंने बताया कि ट्रायल के दौरान एप ने बेहतर परिणाम दिए हैं। इसके बाद एप का पेटेंट भी कराया गया है। कुंभ में यह काफी मददगार साबित होगा।

गूगल मैप से है अलग: प्रो. कमल जैन ने बताया कि गुगल मैप तो केवल सडक़ पर दौड़ रहे वाहनों को ही ट्रैकिंग करता है, जबकि यह एप एक जगह पर खड़े व्यक्तियों को भी ट्रैक करेगा। या एक जगह पर खड़ी भीड़ को भी दर्शाएगा। कई बार यह भी अनुभव आता है कि जहां ज्यादा भीड़ एवं जाम के लिए रेड लाइन दिखाता है वास्तव में वहां पर उतनी भीड़ नहीं होती है। यह ट्रैकिंग एप अलग-अलग प्वाइंट पर भी भीड की सटीक जानकारी देगा।