होप ने युवाओं को किया निराश

देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश में वर्तमान में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या साढ़े 8 लाख से अधिक है। राजकीय सेवाओं में भर्ती के लिए परीक्षा कराने वाली एजेंसियों की तरफ से भी हाल-फिलहाल में बड़ी विज्ञप्ति जारी नहीं की है। रही बात रोजगार मेलों की तो वह भी किसी-किसी जिले में ही लग रहे हैं। तीन साल पहले शुरू किए गए हेल्पिंग आउट पीपल एवरीव्हेयर (होप) पोर्टल पर भी काफी समय से 1800 नौकरियां ही दर्शाई जा रही हैं। वहीं अफसरों का कहना है कि पोर्टल में दिक्कत के चलते अब रजिस्ट्रेशन भी बंद किए गए हैं।
होप पोर्टल लॉन्च होने के बाद से ही उसमें केवल 7 जिलों के ही रोजगार अपडेट हुए। इनमें अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी और ऊधमसिंह नगर जिला शामिल हैं। जबकि, अन्य 6 जिलों से पोर्टल में 3 साल बाद भी कोई नौकरी अपडेट ही नहीं की गई है। इससे पता चलता है कि पोर्टल के लिए बनाई गई समितियां बेरोजगारी दूर करने को लेकर कितनी संजीदा हैं।

क्या है होप पोर्टल
13 मई 2020 को तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत ने होप पोर्टल की शुरुआत की थी। उद्देश्य था कि कोरोना संक्रमण के कारण बड़ी संख्या में उत्तराखंड वापस लौटे प्रवासियों को उनके गृह जनपदों में ही रोजगार-स्वरोजगार के मौके मिलें। इस पोर्टल में प्राइवेट सेक्टर की विभिन्न सेवा प्रदाता कंपनियों को भी जोड़ा जाना था, जिससे वे अपने यहां पद खाली होने पर उसे पोर्टल में प्रदर्शित कर सकें।
ताकि, पोर्टल के जरिए पंजीकरण कराने वाले युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार रोजगार मिले। इस सब की मॉनीटरिंग राज्य स्तर पर कौशल विकास निगम के निदेशक व जिला स्तर पर सीडीओ की अगुवाई वाली समितियों को करनी है। लेकिन कोरोना खत्म होने के बाद पोर्टल भी ठप पड़ गया है।

इन जिलों में दिखाई गई हैं वैकेंसी
अल्मोड़ा – 05
देहरादून – 148
हरिद्वार – 1023
नैनीताल – 250
पौड़ी – 01
टिहरी – 05
ऊधमसिंह नगर – 463

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