हेलंग में घसियारी प्रकरण को लेकर प्रर्दशन

चमोली। जोशीमठ के हेंलग में 15 जुलाई को घास लाती एक महिला से पुलिस और सीआईएसएफ की जोर जबरदस्ती के मामले ने और तूल पकड़ लिया है। रविवार को राजनीतिक दलों समेत कई गांवों से आए महिला-पुरुषों ने हेंलग बाजार से बिजली कंपनी टीएचडीसी के गेट तक जलूस निकालकर प्रर्दशन किया और धरना दिया। लोगों ने जिलाधिकारी ,जिम्मेदार अधिकारियों और टीएचडीसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गुस्साए लोगों ने कहा कि इस पूरे मामले में जिलाधिकारी व उनके अधिनस्थ अधिकारियों की भूमिका काफी संधिग्ध रही है, इसलिए उनका अविलंब स्थानान्तरण किए जाएं। लोगों ने कहा कि प्रदेश सरकार गढ़वाल कमिश्नर से इस प्रकरण की जांच करवाना चाहती है, जिसमें लोगों को शंका है। मांग की कि हाईकोर्ट के सीनियर रिर्टायड जज से मामले की जांच करवाई जाए। भाकपा माले के गढ़वाल सचिव इन्द्रेश मैखुरी, राज्य कमेटी सदस्य अतुल सती, परिवर्तन पार्टी के अध्यक्ष पीसी तिवारी, लक्ष्मण नेगी ने कहा कि पहाड़ के नौकरशाह एवं पुलिस कंपनियों के इशारे पर लोगों के जल जंगल एवं जमीन के अधिकारों को छीन रही है। कहा कि जिलाधिकारी एक एसे ढालदार स्थान में खेल मैदान बनाने की बात कर रहे हैं, जहां पर मलबा रुक तक नहीं सकता है। सवाल संगठन के रमेश पांडे, भुवन पाठक, ईश्वरी जोशी, राजीव नयन बहुगुणा, अनिल स्वामी ने कहा कि यदि इस भीटा तोक में डीएम ने जल्द कंपनी द्वारा फैंके जा रहे मलबे/मक को डालने से नहीं रोका तो राज्यव्यापी आन्दोलन किया जायेगा।
धरना स्थल पर अफसरों के तबादले, वन पंचायत नियमावली के उलंघन की जांच रिर्टायड जज से प्रकरण की जांच करवाने, भेंटा तोक में मलबा फैंकने की अनुमति समाप्त करने के प्रस्ताव पारित किए गए। अतुल सती कहते हैं कि यदि जल्द ऐसा नहीं हुआ तो आगामी 1 अगस्त को जिले के सभी तहसीलों में धरना दिया जयेगा।