हत्याकांड में नामजद आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटा रही पुलिस

रुड़की।  तीस वर्षीय युवक की हत्या में नामजद दो आरोपियों की भूमिका की जांच चल रही है। पुलिस का कहना है कि यदि हत्याकांड में उनकी भूमिका मिलती है तो तभी गिरफ्तारी होगी। हालांकि परिजनों का कहना है कि हत्याकांड के पीछे नामजद दो आरोपियों का ही हाथ है। हत्या को अंजाम दिलाने के लिए पूरा ताना-बाना इखलाक और इमरान ने बुना था। पुलिस पर भी कार्रवाई में हाथ पीछे खींचने के आरोप मृतक के परिजन लगा रहे हैं। 8 अगस्त को रात करीब 9 बजे के आसपास पाल डेरी के पास ढंडेरा निवासी कमरुजमा (30) के पेट में चाकू घोंप कर हत्या कर दी गई थी। वारदात की कई वीडियो कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस ने हत्या के दो घंटे बाद मुख्यारोपी हबीब उर्फ गुलजार पुत्र यामीन को चाकू के साथ गिरफ्तार कर लिया था। हबीब, इखलाक उर्फ लाखा और इमरान के खिलाफ हत्या के आरोप में केस दर्ज कराया गया था। परिजनों का आरोप है कि हत्याकांड का ताना-बना इखलाक और इमरान ने बुना था। पूरी प्लानिंग के साथ कमरुजमा की हत्या कराई गई थी। परिजनों का कहना है कि नामजद आरोपियों को पुलिस बचाने में लगी है। क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधियों से भी कमरुजमा के परिजन मिलकर नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठा रहे हैं। वरिष्ठ उप निरीक्षक केदार सिंह चौहान का कहना है कि कमरुजमा की हत्या में मुख्यारोपी हबीब को जेल भेज दिया गया था। जबकि नामजद इखलाक और इमरान की कमरुजमा हत्याकांड में भूमिका है या नहीं इसकी जांच चल रही है। सबूत मिलने पर ही गिरफ्तारी की जाएगी।

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