हर की पैड़ी पर होने वाली संध्याकालीन आरती सूतक काल से पहले की गई
हरिद्वार(आरएनएस)। आज इस साल का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण है, जिसको देखते हुए विश्व प्रसिद्ध हर की पैड़ी पर होने वाली संध्याकालीन आरती आज सूतक काल से पहले ही दोपहर 3 बजे ही की गई। आम दिनों की बात करें तो हरकी पैड़ी पर संध्या कालीन आरती 6 बजकर 30 मिनट पर शुरू की जाती थी।ज्यादा जानकारी देते हुए गंगा सभा के सचिव उज्ज्वल पंडित ने समाचार एजेंसी आरएनएस को बताया कि आज हर की पैड़ी पर होने वाली आरती को चंद्र ग्रहण के कारण पहले ही कर लिया गया है। इसी के साथ उज्ज्वल पंडित ने बताया कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 4:05 बजे आरंभ हो जाएगा। जिसको देखते हुए उससे पहले ही मां गंगा की संध्या कालीन आरती कर ली गई है।उज्ज्वल पंडित ने कहा कि सूतक काल प्रारंभ होने से पहले ही मां गंगा के मंदिर के कपाट को बंद कर दिया जाएगा। जैसे ही चंद्र ग्रहण समाप्त होगा, उसके बाद मां गंगा के जल से मंदिर को पूरी तरह धोकर मंदिर के कपाटों को खोला जाएगा। चंद्र ग्रहण आज 28- 29 अक्टूबर की मध्य रात्रि यानी 29 अक्टूबर को 1 बजकर 6 मिनट पर शुरू होगा और देर रात 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा।ये भी पढ़ेंः चंद्र ग्रहण 2023 के कारण अयोध्या में नहीं मनेगी शरद पूर्णिमा, जानिए ग्रहण में क्या करें, क्या न करेंकुल मिलाकर 1 घंटे 16 मिनट का चंद्र ग्रहण लगेगा। उपछाया से पहला स्पर्श देर रात 11 बजकर 32 मिनट पर होगा। भारत समेत एशिया के कई अन्य देशों में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल 9 घंटे का होता है। अतः सूतक 28 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 6 मिनट से शुरू होगा।”