ग्रामीणों ने मांगा भूमि का मुआवजा
चमोली। नीति घाटी के ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने जोशीमठ-मलारी हाईवे के चौड़ीकरण में ली गई भूमि के मुआवजे की मांग उठाई है। प्रधान संगठन के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष तारेंद्र थपलियाल, राकेश भंडारी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य किशन सिंह रावत आदि ने इस संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
उन्होंने कहा कि मलारी हाईवे पर शुरुआत से किमी 31 तक सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से हाईवे चौड़ीकरण में काश्तकारों की नाप भूमि ली गई है। लेकिन लंबे समय से भूमि का मुआवजा नहीं दिया गया है। कहा गया कि अधिकांश ग्रामीणों की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया भी पूर्ण नहीं की गई है, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। मांग उठाई गई कि शीघ्र काश्तकारों को मुआवजे का भुगतान किया जाए। इधर मलारी नीति मार्ग पर काली मंदिर के पास लगातार ब्लास्टिंग और मलबा सीधे नदी में डालने की शिकायत की है। ग्रामीणों ने कहा बिना डंपिंग जोन बनाये नदी में मलवा फेंका जा रहा है। कहा 7 फरवरी 2021 की घटना से लोग उबरे भी नहीं थे कि एक बार फिर इस प्रकार के कार्य सड़क निर्माण कार्य से धौलीगंगा में मलबा उडेला जा रहा है। पेड़ वाले गुरुजी धन सिंह घरिया, सामाजिक कार्यकर्ता नीति प्रेम सिंह फोनिया ने कहा सड़क चौड़ीकरण के नाम पर जहां ब्लास्टिंग से पहाड़ियों को तोड़ा जा रहा है, वहीं सड़क निर्माण का मलबा सीधे नदियों में डाला जा रहा है।