ग्रामीण विकास योजनाओं में जेन्डर रेस्पोन्सिव बजटिंग हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
अल्मोड़ा। ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित, ग्रामीण विकास योजनाओं में जेण्डर रेस्पोन्सिव बजटिंग हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 01 से 03 मई तक विकास भवन सभागार अल्मोड़ा में उत्तराखण्ड ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान रूद्रपुर उधम सिंह नगर के तत्वाधान में सोसायटी फॉर उत्तरांचल डेवलपमेंट एण्ड हिमालयन एवरून (सुधा) के द्वारा आयोजित किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला स्तर के समस्त अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी कैलाश तिवारी द्वारा विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं जिनमें कि मनरेगा को जेंडर रिस्पोन्सिव दृष्टिकोण से क्रियान्वित किया जा रहा है, जिसमें महिलाओं एवं उनके बच्चों का भी ध्यान रखा जाता है। मुख्य कृषि अधिकारी द्वारा बताया की कृषि विभाग की विभिन्न योजनाओं जैसे फार्म मशीनरी बैंक जिसके द्वारा महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है जिसका सीधा लाभ महिलाओं को मिल रहा है।
पशुपालन अधिकारी उदय शंकर ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा पशु सखी की संकल्पना को शामिल किया जा रहा है ताकि महिलाओं को पशुओं से संबन्धित बिमारियों से निजात मिल सके।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कुमाऊं मण्डल के 04 जनपदों बागेश्वर, चम्पावत, पिथौरागढ़ एवं अल्मोड़ा में जिला एवं सभी विकास खण्डों के न्याय पंचायत स्तरों पर आयोजित किये जा रहे हैं। जिसके तहत कुल 517 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में ग्राम प्रधान व सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, आशा एवं आगनवाड़ी कार्यकत्री के साथ-साथ ग्राम पंचायत एवं ग्राम विकास अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा, ताकि ग्रामीण विकास योजनाओं का कियान्वयन जेम्डर रिस्पोन्सिव बजटिंग के अनुरूप किया हो सके।
यहाँ कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक मीता उपाध्याय, महेशानन्द थपलियाल, जगदीश लाल ने प्रशिक्षण दिया।