
अल्मोड़ा। जनपद अल्मोड़ा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत केंद्र सरकार द्वारा संचालित ‘स्वच्छ भारत सर्वेक्षण ग्रामीण-2025’ की शुरुआत हो चुकी है। यह राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण जल शक्ति मंत्रालय के निर्देश पर देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता की प्रगति और जनसहभागिता का आकलन करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। अल्मोड़ा जिले में इस कार्य की जिम्मेदारी रिसर्च एजेंसी एम्स के वरिष्ठ फील्ड अधिकारियों राकेश चौहान और शुभम भट्ट के नेतृत्व में प्रशिक्षित सर्वेक्षणकर्ताओं की टीम को सौंपी गई है। परियोजना प्रबंधक स्वजल ने बताया कि यह सर्वेक्षण ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता के प्रति जागरूकता, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता, जनभागीदारी और व्यवहार में आए बदलावों की विस्तृत समीक्षा करेगा। इससे केंद्र सरकार को न केवल जमीनी हकीकत की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी, बल्कि भविष्य की नीतियों और योजनाओं को बेहतर ढंग से तैयार करने में भी मदद मिलेगी। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि यह सर्वेक्षण नीतिगत निर्णयों के लिए महत्वपूर्ण आधार तैयार करेगा। सर्वेक्षण का एक अहम हिस्सा नागरिक फीडबैक भी है, जिसके माध्यम से ग्रामीण जनता अपने गांव की स्वच्छता स्थिति को लेकर सुझाव, अनुभव और प्रतिक्रियाएं साझा कर सकती है। यह फीडबैक स्थानीय प्रशासन व ग्राम पंचायतों को आवश्यक सुधारों की दिशा में कार्य करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा। सर्वेक्षण में शौचालयों की उपलब्धता और उपयोग, ठोस एवं तरल कचरा निस्तारण की व्यवस्था, स्कूल, पंचायत भवन, आंगनबाड़ी, हाट-बाजार आदि सार्वजनिक स्थलों की सफाई, सामुदायिक शौचालयों की स्थिति और खुले में शौच की प्रवृत्ति जैसे मुद्दों पर गहन मूल्यांकन किया जा रहा है। राज्य के सभी 13 जिलों में यह सर्वेक्षण चल रहा है, जिसमें कुल 95 विकासखंडों को शामिल किया गया है। प्रत्येक जिले से 20 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है, जिनमें यह सर्वेक्षण किया जा रहा है। जन सामान्य से अपील की गई है कि वे ‘स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण’ मोबाइल ऐप के माध्यम से सीधे फीडबैक दें। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड की जा सकता है।