गढ़ रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी के गीतों पर झूमे मेलार्थी
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के स्थापना दिवस पर डुंडा में आयोजित पांच दिवसीय विकास एवं सांस्कृतिक मेले के चौथे दिन गढ़ रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी व लोक गायक अनिल बिष्ट के गीतों की धूम रही। इस मौके पर नेगी ने सर स्याली रमदेई, फ्यूोंली बोलू यां बुरांश बोलू की प्रस्तुति दी। जिसे सुनकर मेलार्थी दिनभर झूमते रहे। मां रेणुका संस्कृति एवं पर्यावरण संरक्षण समिति की ओर से डुंडा में आयोजित पांच दिवसीय विकास एवं सांस्कृतिक मेले की चौथे दिन शुरुआत लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी ने जय अम्बे जगदम्बा भवानी की स्तुति से की। इसके बाद उन्होंने फ्यूोंली बोलू या बुरांश बोलूं व सर स्याली रामदेई के साथ ही माछी पाणी सी, ठंडो रे ठंडो व दिले धारू बोला.. आदि गीतों की प्रस्तुति दी और दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। वहीं इनके साथ आए लोक गायक अनिल बिष्ट ने जीतू ले बग्डवाल व अमित खरे ने भामा तेरी ज्यून सी मुखड़ी गीत की प्रस्तुति दी और दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। कार्यम्रम का शुभारंभ यमुनोत्री क्षेत्र के पूर्व विधायक केदार सिंह रावत ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मेले हमारी पौराणिक संस्कृति के धरोहर हैं। जिसमें लोगों को एक दूसरे से मेल मिलाप करने के साथ ही क्षेत्र की संस्कृति से रूबरू होने का अवसर मिलता है। मेला समिति के अध्यक्ष राजदीप परमार ने सभी अतिथियों का आभार जताया और आगामी वर्षों में मेले को और भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग मांगा। शाम को सभी ग्रामीण व मेला समिति के सदस्यों ने देव डोली संग नृत्य किया और मेले का लुफ्त उठाया। वहीं दूर दराज क्षेत्र से आये लोगों ने भी मेले में सजी दुकानों से जमकर खरीदारी की। इस मौके पर समिति के सरंक्षक ठाकुमर महेन्द्र पाल परमार, जिपं उपाध्यक्ष कविता परमार, पदम दत्त जोशी, जय प्रकाश राणा, सुशील जोशी, राजेन्द्र भट्ट, राजेन्द्र जोशी आदि ग्रामीण मौजूद रहे।