गैर नौकरीपेशा भी कर सकेंगे ईपीएफओ में निवेश, अलग फंड बनाने की चल रही तैयारी

नई दिल्ली, 09 मार्च। केंद्रीय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत जल्द ही नौकरीपेशा वर्ग के अलावा अन्य लोग भी निवेश कर सकेंगे। सरकार उनके लिए अलग फंड बनाने पर विचार कर रही है। यह योजना उन लोगों के लिए होगी जो नौकरीपेशा नहीं है और ईपीएफओ के तहत निवेश कर बेहतर रिटर्न लेना चाहते हैं। अभी तक सिर्फ नौकरीपेशा लोग ही ईपीएफओ में निवेश कर सकते हैं।
जो लोग ईपीएफओ की नई स्कीम को सब्सक्राइब करेंगे, उन्हें इस नए फंड से हुई कमाई के आधार पर रिटर्न मिलेगा। साथ ही इन लोगों के लिए पैसे निकालने की नियम और शर्तें भी अलग होंगी।
क्यों बनाया जा रहा है अलग से फंड
अलग से फंड इसलिए बनाया जा रहा है ताकि हर कोई ईपीएफओ के तहत निवेश कर के अच्छे रिटर्न का फायदा ले सके। इसे मौजूदा स्कीम के तहत इसलिए नहीं शुरू किया जा रहा है ताकि नए लोगों को 6 करोड़ से अधिक ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स की सालों की मेहनत का फायदा ना मिले, जिनका अभी का कॉर्पस करीब 10 लाख करोड़ रुपए का है। जिन लोगों ने सालों से निवेश किया है, उसका फायदा भी उन्हें ही मिलना चाहिए।
ईपीएफओ का बड़ा फैसला, नहीं बदली ब्याज दर, 8.5प्रतिशत ही मिलेगा ब्याज
ईपीएफ ने इस वर्ष अपने अंशधारकों को 8.5 प्रतिशत की दर से ब्याज देने का फैसला किया है। यह उन लोगों के लिए वरदान है जो सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं।
बता दें कि अभी ईपीएफओ की प्रोविडेंट फंड स्कीम सिर्फ कंपनियों, फैक्ट्रियों आदि के लिए हैं, जहां पर नियोक्ता-कर्मचारी की व्यवस्था है। चार्टर्ड अकाउंटेंट, डॉक्टर और वकील जैसे प्रोफेशनल्स को सेल्फ एंम्प्यॉइड हैं, उन्हें प्रोविडेंट फंड स्कीम का फायदा नहीं मिलता है। हालांकि, अब ऐसी ही एक स्कीम हर किसी के लिए उपलब्ध होगी, जो काफी हद तक नेशनल पेंशन सिस्टम से मिलती-जुलती होगी।