फाइनेंस कंपनी के सीईओ और दो निदेशकों पर मुकदमा
विकासनगर। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ढकरानी विकासनगर शाचि शर्मा की अदालत के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने फाइनेंस कंपनी के सीईओ और दो निदेशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अमानत में खयानत, धोखाधड़ी सहित विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया है।
अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट शाचि शर्मा की अदालत में सुषमा, निवासी बरोटीवाला विकासनगर, तरुण कुमार, निवासी रेसकोर्स देहरादून और दलवीर सिंह, निवासी मेंहूवाला खालसा विकासनगर ने अपने अधिवक्ता अवतार सिंह मजीठिया के माध्यम से एक तहरीर दी। जिसमें बताया गया था कि बाबूगढ़ चुंगी के समीप दिव्यांश निधि लिमिटेड दिव्यांश ग्रुप के नाम से एक फाइनेंस कंपनी खोली गयी। बताया कि कंपनी के सीईओ मांगेराम चौधरी पुत्र राजकुमार, निवासी सोसायटी वाली गली, बिहारीगढ़-एक जिला सहारनपुर यूपी, निदेशक बाबूराम पुत्र ज्ञान सिंह, निवासी ग्राम खुशहालीपुर, सहारनपुर जिला सहारनपुर यूपी और सरदार सिंह पुत्र हरक सिंह, निवासी भुनाड, डांगुठा, तहसील त्यूणी जिला-देहरादून ने उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन दिए। जिस पर वे कंपनी के झांसे में आ गये। सुषमा ने बताया कि उसने 50-50 हजार की दो एफडी अपने बेटे और बेटी के नाम कराए। जबकि तरुण कुमार ने बताया कि उसने दो लाख रुपये की अलग-अलग एफडी कंपनी में करायी। दलवीर सिंह ने बताया कि फाइनेंस कंपनी ने उसे एजेंट बनाया। जिसमें उसने अपने कई परिचितों से करीब तीन लाख रुपये की अलग-अलग कई एफडी खुलवाई। कंपनी की ओर से गारंटी के रूप में उन्हें बांड दिए गए। बताया कि जब कंपनी में उनकी एफडी की तिथि पूरी हुई और बांड लेकर वे कंपनी में गए तो कंपनी के उक्त तीनों अधिकारियों ने बताया कि दो वर्ष कोरोनाकाल के कारण आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। अपने निवेशकों को कुछ दिन बाद रकम लौटा देंगे। लेकिन कंपनी के तीनों तथाकथित अधिकारी अचानक कंपनी का कार्यालय बंद कर फरार हो गए। तीनों से संपर्क किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। मामले में अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शाचि शर्मा की अदालत के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। कोतवाल रविंद्र शाह ने बताया कि मामले की जांच चौकी प्रभारी विकासनगर विवेक भंडारी को सौंपी गयी है। बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी है।