फर्जी दस्तावेजों से कार ऋण लेने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

विकासनगर। सेलाकुई पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों से कार के लिए ऋण लेने के आरोप में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। इस मामले में एक आरोपी फरार है। आरोपी की तलाश में पुलिस उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। तीन अक्तूबर 2021 को शीर सैयद उमर पुत्र अबूबकर खान निवासी बाबूगढ़ विकासनगर हाल निवासी ट्रांसपोर्ट नगर देहरादून ने कोतवाली पुलिस को धोखाधड़ी से संबंधित तहरीर दी। तहरीर में बताया कि अशीष त्यागी निवासी जीवनगढ़, मनीष शर्मा और रामप्रसाद शर्मा निवासी जीवनगढ़ ने चार लाख पच्चीस हजार रुपये में ऑल्टो कार खरीदी। आरोपियों ने अस्सी हजार रुपये कार की कंपनी में जमा कराये और तीन लाख पच्चीस हजार रुपये का ऋण महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी से फाइनेंस करवाया। आरोपियों ने सेलाकुई स्थित कंपनी की एजेंसी से कार खरीदी। जिसके बाद आरोपी कार को लेकर फरार हो गये। इसके बाद आरोपियों ने पहली किस्त भी जमा नहीं की। जिस पर फाइनेंस कंपनी ने आरोपियों की तलाश शुरू की। तब पता चला कि आरोपियों की आईडी में जो नाम लिखे थे और जो फोटो लगाये थे उनका आपस में कोई मिलान नहीं हुआ। इस मामले में धोखाधड़ी प्रतीत होने पर फाइनेंस कंपनी के सैयद उमर की तहरीर पर पुलिस ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी, अमानत में खयानत सहित विभिन्न आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। घटना स्थल सेलाकुई होने पर कोतवाली पुलिस ने पांच मार्च 2022 को मामले को सेलाकुई थाने को स्थानांतरित कर दिया। जिस पर सेलाकुई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। जांच में पता चला कि मनीष शर्मा और रामप्रसाद शर्मा का नाम एफआईआर में दर्ज कराया गया लेकिन उनका इस मामले से कोई लेना देना नहीं था। न ही मामले की कोई जानकारी थी। जांच में पाया गया कि आशीष त्यागी निवासी जीवनगढ़ ने अपने सहयोगी देवेंद्र सिंह पुत्र केहर सिंह निवासी नियर बाला सुंदरी मंदिर कैनाल रोड जीवनगढ़ और राजीव मलिक पुत्र राजपाल सिंह कैनाल रोड बीकानेर वाली गली हरबर्टपुर विकासनगर के साथ मिलकर ठगी की। आरोपियों ने मनीष शर्मा और रामप्रसाद शर्मा के नाम की आईडी तथा आधार कार्ड पर अपने फोटो लगाकर फाइनेंस कंपनी से तीन लाख पच्चीस हजार रुपये का ऋण लिया है। जांच में फोटो और नाम का मिलान नहीं होने पर पता चला कि तीनों आरोपियों ने कूट रचित दस्तावेज तैयार कर कार का फाइनेंस कराई है। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी आशीष त्यागी के साथ साथ देवेंद्र सिंह और राजीव मलिक के नाम मुकदमा तरमीम कर आरोपियों की तलाश की। बुधवार रात को पुलिस ने आरोपी देवेंद्र सिंह और राजीव मलिक को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष मनमोहन सिंह नेगी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। जबकि मुख्य आरोपी आशीष त्यागी की तलाश की जा रही है।