इको सस्टेनेबिलिटी पर हेस्को और उत्तरांचल विवि साथ मिलकर करेंगे शोध

देहरादून। हिमालयी पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन (हेस्को) ने उत्तरांचल विश्वविद्यालय साथ मिलकर इको सस्टेनेबिलिटी पर शोध करेंगे। मंगलवार को दोनों संस्थानों के बीच समझौता हुआ। इसके तहत ऊर्जा और पर्यावरण-संधारणीयता पर अनुसंधान करने के लिए एक संयुक्त उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। हेस्को के संस्थापक पद्म भूषण डा. अनिल जोशी और विवि के रजिस्ट्रार एससी शर्मा ने एमओयू पर साइन किया। विवि के कुलाधिपति जितेंद्र जोशी ने कहा कि यह उत्कृष्टता केंद्र ऊर्जा और पर्यावरण के अनुसंधान में मील का पत्थर साबित होगा और विश्वविद्यालय सभी बुनियादी सुविधाओं का सहयोग करेगा। डॉ अनिल जोशी ने कहा कि ये केंद्र ऊर्जा और पर्यावरण के मुद्दों को स्थानीय से वैश्विक तक ले जाएगा और हिमालयी राज्यों के रिवर्स माइग्रेशन पर कार्य करेगा। कुलपति प्रो. धर्मबुद्धि ने कहा कि ये केंद्र स्वच्छ और हरित ऊर्जा पर काम करेगा, जिसमें शुद्ध शून्य कार्बन अर्थव्यवस्था और आम आदमी के उपयोग के लिए भविष्य की तकनीक पर ध्यान दिया जाएगा। इस दौरान डा. अमित श्रीवास्तव, डा. राजेश सिंह, डा. राकेश कुमार और डा. किरण नेगी भी उपस्थित थे।