
अल्मोड़ा। रविवार तड़के द्वाराहाट वन क्षेत्र के तड़ागताल, खीड़ा, सूखाताल, खुजरानी और गोग्यानी इलाकों में बड़े पैमाने पर वनाग्नि की घटनाएं सामने आईं। आग नाप भूमि से फैलकर समीपवर्ती जंगलों तक पहुंच गई, जिससे वन संपदा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वन अनुभाग अधिकारियों के नेतृत्व में पांच टीमें तत्काल मौके पर भेजी गईं। इन टीमों में वन दरोगा, वन रक्षक और फायर वाचर शामिल थे। सभी ने संयुक्त रूप से आग पर नियंत्रण पाने के लिए तेजी से काम किया। आवश्यकतानुसार सोमेश्वर रेंज से अतिरिक्त स्टाफ को भी बुलाया गया। वन क्षेत्राधिकारी द्वाराहाट ने मौके पर जरूरी उपकरण, पानी और अन्य संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की, वहीं उप प्रभागीय वनाधिकारी, अल्मोड़ा ने खुद प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायज़ा लिया और आग के कारणों की समीक्षा की। यह पूरा अभियान प्रभागीय वनाधिकारी दीपक सिंह के नेतृत्व में संचालित किया गया। उनकी देखरेख में समन्वित प्रयासों के साथ कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आग पर प्रभावी नियंत्रण पाया गया। वन विभाग की तत्परता और बेहतर समन्वय के चलते एक बड़ी क्षति को समय रहते टाल दिया गया है। फिलहाल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी जारी है, ताकि आग की पुनरावृत्ति न हो सके।





