ड्रोन शो ने दर्शकों को किया रोमांचित

ऋषिकेश। अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को उत्तराखंड में पहली बार आयोजित ड्रोन शो ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। योग की महत्ता और राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की छवि आकाश में उभरी, तो गंगा तट तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। ड्रोन शो में योग के महत्व को दिखाने के साथ ही यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ के साथ आकाश में देवभूमि उत्तराखंड की छवि दिखाई गई। गुरुवार को मुनिकीरेती, कैलाशगेट स्थित गंगा रिजॉर्ट में चल रहे योग महोत्सव में ड्रोन शो लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। शो के दौरान दिखाया गया कि उत्तराखंड देवताओं की भूमि है, इस धरती पर देवों और गुरुओं का वास है। हरिद्वार, केदारनाथ देवप्रयाग, नंदप्रयाग, गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्री विशाल और हेमकुंड साहिब इसे ज्ञान और मोक्ष की धरती बना देते हैं। यहां हर शिखर पर मंदिर हैं, हर नदी का संगम। उत्तराखंड की धरती तप की धरती है। यह तपोभूमि है, यह देवभूमि है, इसी संबोधन के साथ जब आकाश में ओंकार की आकृति उभरी तो शो में मौजूद हर शख्स की आंखें एकटक होकर इसे निहारती रह गईं। आईआईटी दिल्ली द्वारा तैयार किया गया यह शो पूर्णतया मेक इन इंडिया की पहल को आगे बढ़ाता दिखा। युवा प्रतिभाओं द्वारा तैयार किया गया ड्रोन शो ऋषिकेश की धरती पर पहली बार आयोजित किया। हालांकि आईआईटी कंपनी नई दिल्ली सहित कई अन्य सरकारी कार्यक्रमों में ड्रोन शो की प्रस्तुति दे चुकी है।

पुष्पवर्षा से स्वामी शिवानंद का स्वागत
दून योग पीठ देहरादून के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी महाराज के पावन सानिध्य में 126 वर्ष के पद्मश्री स्वामी शिवानंद महाराज का उत्तराखंड की टोपी, गंगा जल कलश, अंग वस्त्र, पुष्प हार पहनाकर उत्तराखंड आगमन पर गंगा रिजॉर्ट में पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। आचार्य बिपिन जोशी ने महाराज की दीर्घायु की कामना करते हुए उनको योग का पितामह बताया। इस अवसर पर जीतानंद महाराज, नाद योगी अनुरागी, योगाचार्य शिवम गोस्वामी सहित काफी संख्या में योग साधक उपस्थित रहे।

हठ योग के बारे में जाना
70वर्षीय जीतानंद महाराज ने हठ योग से योग शिक्षकों, विद्यार्थियों को अवगत कराया। दून योग पीठ के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी ने बताया ऋषिकेश में देश विदेश से पधारे योग साधक इस निशुल्क योग शिविर का लाभ उठा रहे है। शिविर में मनुज अग्रवाल, नाद योगी अनुरागी महाराज, योगाचार्य शिवम गोस्वामी आदि मौजूद रहे।