डॉ. सैजल द्वारा युवा पीढ़ी से पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित होकर कार्य करने का आग्रह

पहली बार जापानी पद्धति ‘मियावाकी’ के माध्यम से बरगद का पौधा रोपा

आरएनएस ब्यूरो सोलन। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मन्त्री डॉ. राजीव सैजल ने युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि वे पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित होकर कार्य करें। डॉ. सैजल आज सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के दत्यार में 72वें जिला स्तरीय वन महोत्सव अभियान का शुभारम्भ करने के उपरान्त उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर वृक्षारोपण की जापानी पद्धति ‘मियावाकी’ के माध्यम से बरगद का पौधा रोपकर अभियान का शुभारम्भ किया। उन्होंने महत्वाकांक्षी ‘एक बूटा बेटी के नाम’ योजना के तहत पीपल का पौधा भी रोपा। इस अवसर पर पीपल, अर्जुन, दाढ़ू, बहेड़ा, शीशम इत्यादि के 500 पौधे रोपे गए।
डॉ. सैजल ने इस अवसर पर कहा कि इस वित्त वर्ष में सोलन जिला में 386 हैक्टैयर भूमि पर विभिन्न प्रजातियों के 3,10,000 से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। उन्होंने कहा कि गत 3.5 वर्ष की अवधि में सोलन जिला में 1650 हैक्टैयर भूमि पर वृक्षारोपण किया गया है। उन्होंने इस अवसर पर ग्राम पंचायत जाबली और कोटी नाभ के वार्ड सदस्यों को 51-51 पौधे रोपित करने के लिए प्रदान किए।
आयुष मन्त्री ने कहा कि वृक्षारोपण अभियान की सफलता रोपे गए वृक्षों की सुरक्षा पर निर्भर करती है। इस दिशा में युवा पीढ़ी की सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि युवा रोपित पौधों की देखभाल का प्रण लें तो धरती का हरित आवरण यथोचित बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि पौधरोपण अभियान की सफलता के लिए कार्य करें। डॉ. सैजल ने कहा कि समेकित बाल विकास परियोजना द्वारा दत्यार में गत एक वर्ष में ग्राम पंचायत जाबली और कोटी नाभ में जन्मी 52 बेटियों के नाम पर 52 पौधे रोपित कर बालिका सम्मान वाटिका स्थापित की गई है।
उन्होंने कहा कि दत्यार को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है और राष्ट्रीय राज मार्ग पर स्थित यह स्थल आने वाले समय में पर्यटकों के लिए प्राकृतिक दृश्यावली का प्रमुख स्थल बन कर उभरेगा।
डॉ. सैजल ने इस अवसर पर जन समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इनके निपटारे के निर्देश दिए। वन अरण्यपाल ई. विक्रम ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष पूर्ण होने पर हाल ही में 04 स्वर्णिम वाटिकाएं स्थापित की गई हैं। उन्होंने कहा कि गत 02 वर्षों में सोलन जिला के वन क्षेत्र में 24.29 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। सोलन जिला में अगले 02 वर्षों में जल उपलब्धता की स्थिति में सुधार के उद्देश्य से जल भण्डारण योजना के तहत 10 लाख लीटर से अधिक क्षमता की 03 संरचनाएं निर्मित की जाएंगी।

वन मण्डलाधिकरी यशुदीप सिंह ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए वृक्षारोपण की जापानी पद्धति ‘मियावाकी’ की जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि इस तकनीक में पौधों को एक दूसरे के समीप रोपा जाता है ताकि वे सूर्य के प्रकाश के लिए प्रतिस्पर्धा कर कम समय में विकसित हो सकें। प्रदेश में इस तकनीक का प्रयोग पहली बार दत्यार में किया गया है।
प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. डेजी ठाकुर, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, जिला सहकारी विपणन एवं उपभोक्ता संघ सोलन के अध्यक्ष सुन्दरम ठाकुर, बीडीसी धर्मपुर के उपाध्यक्ष मदन मोहन मेहता, भाजपा मण्डल कसौली के अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा, जोगेन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, युवा बोर्ड के निदेशक संजय ठाकुर, भाजपा मण्डल कसौली के उपाध्यक्ष महेन्द्र ठाकुर, ग्राम पंचायत जाबली की प्रधान कल्पना गर्ग, ग्राम पंचायत कोटी-नाभ की प्रधान सन्ध्या देवी, ग्राम पंचायत टकसाल की प्रधान सन्तोष, बीडीसी सदस्य मैना देवी एवं चम्पा ठाकुर, जिला भाजपा उपाध्यक्ष दौलत राम ठाकुर, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष ममता ठाकुर, पूर्व बीडीसी सदस्य करनैल सिंह, ग्राम पंचायत जाबली के पूर्व प्रधान दूनी चन्द, ग्राम पंचायत गढ़खल-सनावर के उप प्रधान विपिन गुप्ता, वन अरण्यपाल ई.विक्रम, वन मण्डलाधिकरी यशुदीप सिंह, उपमण्डलाधिकारी कसौली डॉ. संजीव धीमान, खण्ड विकास अधिकारी सुभाष अत्री, वन मण्डलाधिकरी सोलन मुख्यालय ए.के. वर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेन्द्र टेगटा, भाजपा तथा भाजयुमो के विभिनन पदाधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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