दिव्यांग कार रेसर को मिला गौरव ए हिंद पुरस्कार

रुडकी। मोटर स्पोर्ट्स में तीन बार रिकार्ड बनाने वाले लक्सर के दिव्यांग खिलाड़ी दिग्विजय को दिल्ली में गौरव ए हिंद के पुरस्कार से नवाजा गया है। पुरस्कार लेकर घर लौटे दिग्विजय से गुरुवार को एसडीएम ने मुलाकात की। उन्होंने भविष्य में जरूरत पड़ने पर दिग्विजय को हर संभव मदद करने का भरोसा दिया।
लक्सर में दाबकी गांव निवासी दिग्विजय के दोनों पैर बचपन से खराब हैं। दिव्यांग होने के बावजूद दिग्विजय में आत्मविश्वास की कमी नहीं है। दिग्विजय पिछले कई वर्षों से मोटर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते रहे हैं। उन्होंने कोटेश्वर (गुजरात) से अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा से सटे काहो गांव तक 4140 किलोमीटर, दिल्ली से मुंबई और मुंबई से वापस दिल्ली तक 3500 किलोमीटर तथा कन्याकुमारी से आगरा तक 3000 किलोमीटर की कार रेस सबसे कम समय में पूरी कर पहला स्थान पाया था। दिग्विजय की ये तीनों उपलब्धियां इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुई हैं। दिल्ली के राष्ट्रीय सोच नामक समाचार ने 30 साल पूरे होने पर दिल्ली में इसी महीने कार्यक्रम किया था। दिग्विजय की उपलब्धियों को देखते हुए समाचार पत्र द्वारा उन्हें कार्यक्रम में दिल्ली बुलाकर गौरव ए हिंद नामक पुरस्कार दिया गया है। दिल्ली से पुरस्कार लेकर घर लौटने के बाद गुरुवार को एसडीएम लक्सर गोपालराम बिनवाल ने दिग्विजय को तहसील मुख्यालय पर बुलाकर सम्मानित किया। दिग्विजय ने एसडीएम को बताया कि वे देश का नाम रोशन करने के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं, फिर भी शासन, प्रशासन या जन प्रतिनिधियों द्वारा ऐसी प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें कोई मदद नहीं दी जा रही है। एसडीएम ने भविष्य में दिग्विजय की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।


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