धूमधाम से मनाया मिल्क फेस्टिवल का त्योहार

उत्तरकाशी(आरएनएस)।  गमरी और धनारी पट्टी के ग्रामीणों ने बीते बीते दिन दूध गड्डू मेला यानी मिल्क फेस्टिवल का त्योहार धूमधाम से मनाया। ग्रामीणों ने मार्ग से 10 किलोमीटर पैदल जाकर धनारी के बेडथात नामक जगह नेर थुनेर के जंगलों के बीच पहुंच कर नागराजा देवता, हूण देवता व अन्य क्षेत्रीय देवताओं की पूजा अर्चना की। इसके बाद एक दूसरे के साथ मक्खन व दही, मठ्ठा की जमकर होली खेली। भाद्रपद की संक्रात पर ग्रामीण अपने घरों से दूध दही, मट्ठा, मक्खन चावल, फल और फूल लेकर बेडथात पहुंचे। जहां पर सभी ग्रामीणों ने क्षेत्र, परिवार एवं उन्नत खेती व पशुओं की खुशहाली के लिए अपने आराध्य देव नागराज और हूण देवता से मन्नतें मांगी। इसके बाद ग्रामीणों ने पूजा के लिए एकत्रित किया गया दूध दही और मक्खन से देवताओं का स्नान कराया और ढ़ोल दमाऊ की थाप पर जमकर स्नान किया। ग्राम प्रधान थाती तनूजा चौहान ने बताया कि पौराणिक संस्कृति के संरक्षण के लिए क्षेत्र के सभी ग्रामीणों के साथ प्रतिवर्ष इस पर्व का आयोजन कर रहे हैं। कहा कि क्षेत्रीय ग्रामीणों की मांग है कि सरकार से सहयोग प्राप्त कर भविष्य में इसे दयारा बुगयाल की तरह भव्य रूप दिया जाए। इस मौके पर राजेंद्र बुटोला, कामदेव व्यास, मुकेश जगमोहन चौहान, धिरपाल बुटोला, ग्राम प्रधान पटुड़ी, मनराज सिंह बिष्ट, ग्राम प्रधान ईड सतवीर सिंह, चंद्रशेखर नौटियाल, राजेंद्र बुटोला, प्रदीप पवार, मयंक पंत आदि सैकड़ों ग्रामीण थे।