धान खरीद के लिए यूसीएफ के ठेकेदारों का टेंडर निरस्त, दोबारा टेंडर कराने के आदेश
रुद्रपुर। उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ लिमिटेड (यूसीएफ) के लेबर हैंडलिंग व परिवहन के टेंडर निरस्त कर दिए गए हैं। खटीमा के व्यापारियों के शिकायत के बाद शासन स्तर से यह कार्रवाई की गई है। निबंधक सहकारी समितियां आलोक कुमार पांडे ने सचिव के आदेश पर यूसीएफ की टेंडर प्रक्रिया निरस्त कर दी है। यूसीएफ के प्रबंध निदेशक को दोबारा टेंडर कराने के आदेश दिए हैं। दरअसल यूसीएफ ने ऊधमसिंह नगर जिले के 112 क्रय केंद्रों व नैनीताल के छह क्रय केंदों में परिवहन व हैंडलिंग कार्य के टेंडर के लिए आदेश 12 सितंबर को जारी कर दिए थे। इस मामले में खटीमा के व्यापारियों ने सरकार व शासन को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि यूसीएफ ने सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों, राइस मिलर एवं आढ़तियों को धान क्रय केंद्रों में लेवर हैंडलिंग और परिवहन कार्य का आवंटन किया है। विभाग के नियमों के अनुसार मिलर व आढ़तियों के टेंडर स्वीकृत नहीं किये जा सकते हैं। इस मामले में शासन ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए सचिव ने पूरी टेंडर प्रक्रिया निरस्त करने के निर्देश दिए। निबंधक सहकारी समितियां आलोक कुमार पांडे के अनुसार जिले में डीएम ने अभी धान क्रय केंद्रों का आवंटन नहीं किया है। जबकि यूसीएफ ने धान क्रय केंद्रों में लेबर हैंडलिंग व परिवहन कार्यों के लिए ठेकेदारों के लिए कार्यादेश जारी कर दिए हैं। बताया कि 31 अगस्त को उनके दिए निर्देशों का पालन भी नहीं किया है। निबंधक ने यूसीएफ के एमडी को प्रावधानों के तहत पारदर्शी रूप से पुन: निविदा कराने के आदेश दिए हैं।