देवाल मां नंदा की डोली वापस ल्वाणी गांव पहुंची
चमोली। हिमालय की अराध्य देवी नंदा की सप्तमी की लोकजात समापन के बाद वापस देवराड़ा के लिए लौट रही है। मंगलवार को नंदा का ड़ोला वांक गांव से होते हुए बगड़ीगाड पहुंची। जहा ग्रामणों ने नंदा डोले का स्वागत किया। पूजा करने के बाद रात्रि को ल्वाणी गांव पहुंची। बुधवार को नंदा की डोली रात्रि प्रवास के लिए उलंग्रा गांव पहुंचेगी। मंगलवर को वांक के ग्रामीणों ने नंदा के ड़ोले का बगड़ीगाड़ हरनी पहुंचाया। प्रधान खडक़ राम, पूर्व प्रधान गंगा सिंह बिष्ट, गबर सिंह , मोहन सिंह आदि ने फूल मालाओं से ड़ोले का स्वागत किया। ग्राीमणों ने भेट लगाई। उसके बाद देर साम नंदा का ड़ोला ल्वाणी गांव पहुंचा। ग्राम प्रधान प्रदुमन सिंह बिष्ट, पूर्व प्रधान विमला देवी, महिपाल सिंह बिष्ट, मान सिंह, मोहन गांववासी ने मां की ड़ोले का स्वागत समकार किया। पूजारी मंशा राम गौड़ ने बताया कि 20 सितंवर को ड़ोला छह माह के लिए देवराड़ी मंदिर में प्रवास के लिए रखा जाएगा। इस नंदा का ड़ोली पूर्णा गांव से चिडग़ा, जौला त्रिकोट, सेरा विजेपुर लोल्टी से देवराड़ा जाएगा।