देवभूमि के प्रतिनिधि के रूप में काम करे पर्यटन पुलिस

हरिद्वार। एटीसी की उपप्रधानाचार्या अरुणा भारती ने कहा कि चारधाम यात्रा सीजन के दौरान पर्यटन पुलिस की भूमिका सामान्य पुलिसकर्मी की नहीं बल्कि पुलिस की छवि को गौरवमयी, आतिथ्य सत्कार युक्त एवं मित्रवत बनाने वाले प्रतिनिधि की भी रहेगी। यह बात उन्होंने प्रशिक्षण के समापन अवसर पर कही। सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र में चल रहे पर्यटन पुलिस प्रशिक्षण का शनिवार को समापन हो गया। पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जनपदों एवं जीआरपी शाखा के 14 पुलिसकर्मियों शामिल रहे। पुलिसकर्मी चारधाम यात्रा समेत अन्य पर्यटक स्थलों में तैनात होंगे। अरुणा भारती ने पुलिसकर्मियों को बताया कि उनकी नियुक्ति यहां से जाने के बाद चार धाम यात्रा के विभिन्न स्थलों पर होगी। जहां आपका आमना-सामना चार धाम यात्रा पर आये श्रद्धालुओं, घूमने आये पर्यटकों आदि से होगा। बाहरी राज्यों से आये इन श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के सामने आप आप देवभूमि उत्तराखंड की गौरवमयी संस्कृति, यहां के लोगों के आचार-विचार, व्यवहार एवं उत्तराखण्ड की अतिथि सत्कार की परम्परा के प्रतिनिधि एवं संवाहक के तौर उपस्थित रहेंगे। शारीरिक फिटनेस बनाये रखने के लिये प्रतिभागियों को सुबह पीटी, योग, तनाव प्रबन्धन हेतु ध्यान आदि का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र के प्रशिक्षकों के अलावा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ अतिथि वक्ताओं द्वारा भी व्याख्यान दिए। जिसमें देव संस्कृति विवि के पर्यटन शंकाय से डॉ. अरुणेश पाराशर, डॉ. उमाकान्त इन्दोलिया, डॉ. आशीष कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश यादव, सेवानिवृत पुलिस निरीक्षक महेश चन्द, एसडीआरएफ से हेड कांस्टेबल दिगपाल एवं टीम तथा सिटी पेट्रोलिंग यूनिट हरिद्वार से दरोगा मनोहर लिंगवाल आदि सम्मिलित रहे।