डीएलएड प्रशिक्षुओं ने की शिक्षक भर्ती की मांग

देहरादून(आरएनएस)। प्रदेश के विद्यालयों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों पर जल्द भर्ती की जाए। इस मांग को लेकर प्रदेश भर से आए डायट डीएलएड प्रशिक्षु बेरोजागरों ने मंगलवार को बिंदाल पुल से यमुना कालेानी तक रैली निकाली। हालांकि यमुना कालोनी में पुलिस ने उन्हें शिक्षा मंत्री डा. धनसिंह के आवास से काफी पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। जहां बेरोजगार काफी देर धरने पर बैठे रहे। इस दौरान पुलिस से उनकी नोंक झोंक भी हुई। प्रशिक्षित बेरोजगारों का कहना था कि उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था लगातार बदहाल होती जा रही है। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी और शिक्षण गुणवत्ता में गिरावट ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में परफॉर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स में उत्तराखंड की गिरती रैंकिंग इस बात का प्रमाण है कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता बदतर होती जा रही है।
उन्होंने बताया कि पांच मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि अब नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए विभाग स्वतंत्र है, और उस पर कोई अदालती रोक नहीं है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे 2020-21 बैच के प्रशिक्षु खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।प्रशिक्षुओं का आरोप है कि विभाग की ओर से कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया जा रहा और नीतियों की खामियों का खामियाजा प्रशिक्षुओं को भुगतना पड़ रहा है।
डाइट प्रशिक्षु मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द द्वितीय चरण की भर्ती निकाली जाए और रिक्त पदों को भरा जाए। रैली में कमलेश,विकास,वैभव, पूजा कैलाश , सौरभ, रिया , पंकज, आशीष सहित कई बेरोजगार शामिल रहे।