दीपावली पर रहेगी शनि और वृहस्पति की विशेष कृपा
व्यापारी वर्ग के लिए बहुत शुभकारक साबित होगी दीपावली
रुडक़ी। दीपावली पर शनि और वृहस्पति की विशेष कृपा रहेगी। 499 वर्षों बाद वृहस्पति और शनि के संयोग के साथ बड़ी दीपावली और नरक चतुर्दशी (छोटी दीपावली) एक ही दिन मनाई जाएगी। वृहस्पति अपनी राशि धनु में संचार करेंगे और शनि अपनी राशि मकर में विराजमान रहेंगे। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार शनिवार के दिन दीपावली का पर्व पडऩे से यह व्यापारी वर्ग के लिए बहुत शुभकारक साबित होगी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुडक़ी परिसर स्थित श्री सरस्वती मंदिर के आचार्य राकेश कुमार शुक्ल के अनुसार चौघडिय़ा मुहूर्त में दीपावली पर व्यावसायिक पूजन का समय सुबह साढ़े सात से लेकर नौ बजे तक रहेगा। दोपहर में 12 बजे से लेकर साढ़े चार बजे तक अभिजीत मुहूर्त, स्थिर लग्न, चर लाभ एवं अमृत चौघडिय़ा विराजमान रहेगी। वहीं, घर में प्रदोष (सायंकाल) में पूजन का समय शाम पांच बजकर 25 मिनट से लेकर रात आठ बजकर पांच मिनट के मध्य रहेगा। इसमें स्थिर लग्न (वृष) एवं लाभ चौघडिय़ा है। निशीथ काल में रात आठ बजकर पांच मिनट से लेकर दस बजकर 50 मिनट के मध्य शुभ और अमृत चौघडिय़ा है। जबकि, महानिशीथ काल रात दस बजकर 50 मिनट से लेकर रात्रि एक बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इस समय भी अमृत एवं चर चौघडिय़ा रहेगी। इसके अलावा स्थिर लग्न सिंह भी विराजमान रहेगा। ऐसे करें दीपावली पर पूजा: दीपावली के दिन प्रदोष काल में चौकी पर लाल वस्त्र रखकर मां लक्ष्मी का पूजन एवं अभिषेक करना चाहिए। श्री यंत्र, लक्ष्मी यंत्र, कुबेर यंत्र, धनिया का बीज, चांदी के सिक्के, कुमकुम आदि बांधकर अपने धन स्थान तिजोरी में रखने से संपन्नता आती है। इसके अलावा मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए।