जिला विकास अधिकारी ने मनरेगा कार्यों की समीक्षा की

बागेश्वर। जिलाधिकारी की नाराजगी के बाद जिला विकास अधिकारी केएन तिवारी ने गरुड़ जाकर मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान खराब प्रगति के लिए खंड विकास अधिकारी जिम्मेदार निकले। इतना ही नहीं ग्राम विकास अधिकारी भी अपनी भूमिका का सही से पालन नहीं कर रहे थे। डीडीओ केएन तिवारी कहा कि जब तक प्रगति में सुधार नहीं होगा तब तक वेतन आहरित नहीं किया जाएगा। तिवारी ने कहा कि प्रगति खराब होने का प्रमुख कारण बीडीओ की निष्क्रियता है। इसके साथ ग्राम विकास अधिकारी द्वारा आपने दायित्वों के प्रति लापरवाही. ग्राम विकास अधिकारी मुकुल आर्या को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ ग्राम विकास अधिकारी प्रभात जोशी, दीपक मरवाल और चंद्र शेखर लोहनी को कारण बताओ नोटिस, मनरेगा जेई सतीश बोरा और आसिफ खान द्वारा समय से एमबी नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस दिया गया है। 50 दिन के रोजगार के लिए जारी निर्देशों का किसी भी ग्राम विकास अधिकारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया। सभी कामों को 31 मार्च तक पूरा करने के लिए माइक्रो प्लान तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 100 दिन रोजगार प्राप्त परिवार मात्र 340 है। इसकी प्रगति में सुधार लाने के लिए निर्देश दिए गए, जो परिवार 90 दिन पूरे कर चुके हैं उनकी लिस्ट निकाल कर उन्हें नए काम पर लगाने के निर्देश दिए। बैठक में खंड विकास अधिकारी त्रिलोक सिंह भाकुनी, सहायक खंड विकास अधिकारी देवेन्द्र तिवारी, ग्राम विकास अधिकारी देवेंद्र पुरी, जेई और रोजगार सहायक उपस्थित रहे।

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