दशहरे से पहले मंत्री बर्खास्त नहीं तो आमरण अनशन: रमोला

ऋषिकेश। अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यकारिणी सदस्य जयेंद्र रमोला विधानसभा में बैकडोर से हुई भर्ती के मामले में फिर मुखर हुए हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि शहरी विकास मंत्री को दशहरे से पहले बर्खास्त नहीं किया तो वे मंत्री के ऋषिकेश आवास के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगे। साथ ही इस प्रकरण में कोर्ट की शरण लेंगे। रविवार को रेलवे रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि विधानसभा में बैकडोर से भर्ती हुए लोगों की भर्ती निरस्त कर उनकी सेवा समाप्त कर दी है। उन्होंने सवाल उठाया कि बैकडोर से भर्ती करने वाले जनप्रतिनिधि पर अभी तक एक्शन क्यों नहीं लिया गया। आरोप लगाया कि मामले में सरकार का दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। रमोला ने कहा कि सरकार ने भर्ती निरस्त कर जुर्म को साबित किया है तो भर्ती करने वालों को सजा क्यों नहीं। कांग्रेसी नेता ने कहा कि उत्तराखंड के शिक्षा टॉपर युवा बेरोजगार घूम रहे हैं। सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधि परिवार, नातेदार और अपने चहेतों को बैकडोर से भर्ती कर रहे हैं। उन्होंने अंकिता भंडारी का मामला उठाते हुए कहा कि अंकिता 88 प्रतिशत अंक लाने वाली टॉपर छात्रा थी, लेकिन सरकारी सेवा नहीं मिलने से प्राइवेट रिजॉर्ट में काम करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके लिए स्वार्थ की राजनीति करने वाले जिम्मेदार हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से भर्ती प्रकरण में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। पत्रकार वार्ता में प्रदेश सचिव मदनमोहन शर्मा, पार्षद राकेश मियां, देवेंद्र प्रजापति, शकुंतला शर्मा, भगवान सिंह पंवार, सुधीर राय, गौरव राणा मौजूद रहे।


Exit mobile version