दैनिक वेतन पर किया जा रहा प्रत्याशी का चुनाव प्रचार

रुड़की।  चुनाव में रोजगार बड़ा मुद्दा है। भाजपाई जहां रोजगार की उपलब्धियां गिना रहे हैं, वही विपक्ष रोजगार के अवसर खत्म होने का आरोप लगा रहा है। चुनाव प्रचार में लक्सर, खानपुर के कम से कम 500 युवाओं, महिलाओं को रोजगार मिल गया है। ये दिहाड़ी पर प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। पहले सभी राजनीतिक दलों के पास समर्थकों व कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज हुआ करती थी। ये समर्थक चुनाव के समय दौरान समर्पित होकर गांव, देहात, गली, मौहल्ले और घरों तक जाते थे और अपनी पार्टी की उपलब्धियां बताते हुए प्रत्याशी के लिए वोट मांगा करते थे। बदले में इन्हें सिर्फ सम्मान मिलता था। राजनीति में पावर और पैसा आने के बाद अब पार्टियों के पास कार्यकर्ता तो काफी हैं लेकिनवे प्रत्याशी के लिए मुफ्त में काम करने को कतई तैयार नहीं हैं। यही वजह है कि दलीय और निर्दलीय तौर पर चुनाव मैदान में उतरे कई प्रत्याशियों के पास बिना लालच के समर्पित होकर काम करने वले कार्यकर्ताओं का टोटा है। ऐसे में उन्हें युवाओं और महिलाओं को दैनिक वेतन पर रखकर उन्हीं से अपना चुनाव प्रचार कराना पड़ रहा है। एक पार्टी समर्थकों ने बताया कि इस समय चुनाव प्रचार जोरों पर है। एक-एक उम्मीदवार की दस, दस टोलियां चुनाव प्रचार करने के लिए नगर व देहात में घूम रही हैं। इन टोलियों में शामिल अधिकांश लोग रोजाना की दिहाड़ी पर काम कर रहे हैं। बताया कि इस समय लक्सर व खानपुर में पांच सौ से अधिक पेड कार्यकर्ता अपने प्रत्याशी का चुनाव प्रचार कर रहे हैं।

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version