कर्फ्यू के बाद बाजारों में भारी भीड़

बागेश्वर। जिला मुख्यालय की संकरी सडक़ें और यातायात के नियमों का खुला उल्लंघन अन्य लोगों को भारी पडऩे लगा है। रविवार को कर्फ्यू रहने से सोमवार को अधिकतर लोग घरों से बाहर निकल गए। सुबह सात बजे सब्जी, दूध और अन्य सामग्री उतराने वाले ट्रकों ने जाम लगाया। जाम लगने के कारण अति आवश्यकीय सेवाएं प्रभावित रही। दूध के वाहन और अखबार की टैक्सियां जाम में फंसी रही। यातायात पुलिस सुबह नदारद रहती है। इससे लोगों ने ही जाम खोलने में मदद की। नौ बजने के बाद फिर जाम की स्थिति बनी। यातायात पुलिस मुस्तैद रही और पिंडारी से तहसील रोड तक लगे लंबे जाम को खोलने में एक घंटा लग गया। इससे व्यापारी और राहगीर परेशान रहे। व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष हरीश सोनी ने कहा कि जाम लगने का कारण बाइपास सडक़ों का प्रयोग नहीं होना है। पुलिस को आरे, द्यांगण और भागीरथी बाइपास पर निगरानी करनी होगी। वहां से वाहनों को बाइपास के रास्ते भेजा जाना चाहिए। मालवाहकों को सुबह आठ बजे के बाद शहर में नो-एंट्री होनी चाहिए। ईधन आदि भराने वाले वाहनों को शाम को छह बजे बाद छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने का कि आए दिन लग रहे जाम से शारीरिक दूरी नियम भी तार-तार हो रहा है। ऐसे में साप्ताहिक कर्फ्यू का मतलब भी समझ से बाहर है। इधर, एसपी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि यातायात पुलिस को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जाम की स्थिति से निपटने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।