Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • स्वास्थ्य
  • कोरोना
  • कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को मिला एक और हथियार
  • कोरोना
  • राष्ट्रीय

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को मिला एक और हथियार

RNS INDIA NEWS 03/02/2022
corona-vaccine

3 डोज वाली वैक्सीन की सप्लाई शुरू

नई दिल्ली (आरएनएस)। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत को एक और हथियार मिल गया है। स्वदेशी कंपनी जायडस कैडिला ने अपनी कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी की सप्लाई शुरू कर दी है। ये वैक्सीन 12 साल और उससे ऊपर के लोगों को दी जाएगी। हालांकि भारत में अभी इसे 18 साल से ऊपर के लोगों को लगाई जाएगी। इस वैक्सीन की खास बात ये है कि इसमें सुई का इस्तेमाल नहीं होगा। यानी ये वैक्सीन निडिल फ्री वैक्सीन है। इसे बिना सुई के ही दिया जाएगा। इसके अलावा ये वैक्सीन तीन डोज वाली है, जो इसे बाकी वैक्सीन से अलग बनाती है।

जायडस कैडिला की वैक्सीन जायकोव-डी को केंद्र सरकार ने पिछले साल अगस्त में ही मंजूरी दे दी थी। हालांकि, अब तक इस वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं हो पाया था। अभी तक दुनियाभर में जितनी वैक्सीन लगाई जा रही है, वो या तो सिंगल डोज हैं या डबल डोज, लेकिन जायकोव-डी पहली वैक्सीन है जिसकी तीन डोज लगाई जाएगी। इसमें सुई का इस्तेमाल नहीं होगा। इसे जेट इंजेक्टर से लगाया जाएगा। इससे वैक्सीन को हाई प्रेशर से लोगों की स्किन में इंजेक्ट किया जाएगा। इस डिवाइस का आविष्कार 1960 में हुआ था. डब्ल्यूएचओ ने 2013 में इसके इस्तेमाल की अनुमति दी थी।

जायकोव-डी दुनिया की पहली डीएनए बेस्ड वैक्सीन है. अभी तक जितनी भी वैक्सीन हैं, वो एमआरएनए का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन ये प्लाज्मिड-डीएनए का इस्तेमाल करती है। बाकी वैक्सीन की तुलना में इसका रखरखाव ज्यादा आसान है। इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। इतना ही नहीं, 25 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी इसे 4 महीने तक रखा जा सकता है। इस वैक्सीन के तीन डोज 28-28 दिन के अंतर से लगाए जाएंगे। पहली डोज के बाद दूसरी डोज 28 दिन बाद और तीसरी डोज 56 दिन बाद लगाई जाएगी।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: अवैध खनन को संरक्षण देने वाली भाजपा सरकार कैसे करेगी उत्तराखंड का विकास? : आकांक्षा ओला
Next: तय तारीख पर ही होगी गेट 2022 की परीक्षा

Related Post

default featured image
  • राष्ट्रीय

करवाचौथ की रात बारह घरों में ठगी, नशीला खाना खिलाकर दुल्हनें जेवर-नकदी लेकर फरार

RNS INDIA NEWS 13/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

रील बनाने के नाम पर पुलिस कर्मी के बेटी से दुष्कर्म

RNS INDIA NEWS 12/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

एनडीए में सीट बंटवारा हुआ फाइनल, भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर लड़ेगी बिहार चुनाव

RNS INDIA NEWS 12/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए 196 करोड़ की धनराशि
  • मदरसे में शिक्षिका को कमरे में बुला छेड़छाड़, मौलवी समेत 7 पर केस
  • आरटीओ का फर्जी चालान भेज अधिवक्ता से 5 लाख की ठगी
  • आपदा की जद में आए स्कूलों को समय पर ठीक करें : डीएम
  • स्वदेशी भावना से ही बनेगा आत्मनिर्भर भारत : कुंदन परिहार
  • वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रमेश सिंह पाल को मिला भारत गौरव सम्मान

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.