कोरोना उपकरण नहीं मिलने से भड़के रोडवेज कर्मचारी
रुद्रपुर। पिछले कुछ दिनों से रोडवेज कार्मिकों की कोरोना से मौत मामले को लेकर रोडवेज कार्मिकों का गुस्सा फूट गया और अपने साथी परिचालक की मौत से आहत कार्मिकों ने रोडवेज परिसर में हंगामा काटा और सामूहिक रुप से कार्यबहिष्कार पर चले गए। इसकी वजह से कुछ देर तक बसों का संचालन थम गया और सूचना मिलने पर एआरएम रोडवेज ने मौके पर आकर गुस्साए कार्मिकों को समझाकर बुझाकर मामला शांत करवाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सुरक्षा किट और लंबित वेतनमान को जल्द जारी करवाने का प्रयास किया जाएगा। कार्मिकों ने चेताया कि जल्द ही उनकी मांग पर गौर नहीं किया तो सभी कार्मिक आंदोलन का रास्ता आख्तियार करेंगे।
बुधवार की सुबह रोडवेज परिसर में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया, जब चालक-परिचालक सहित कार्मिकों को खबर मिली कि गदरपुर के रहने वाले एक परिचालक ने कोरोना संक्रमित होने की वजह से दम तोड़ दिया। बस क्या था कि कार्मिकों का पारा चढ़ गया और चालकों ने बसों का संचालन बंद कर दिया तो कार्मिक कार्यालय छोडक़र हॉल में इकठ्ठा होकर नारेबाजी की और दिवंगत कार्मिकों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर प्रार्थना की। इस दौरान सभा के माध्यम से भी कार्मिक ने भड़ास निकाली। कार्य बहिष्कार की खबर मिलते ही एआरएम मौके पर पहुंचे और कार्मिकों से वार्ता की। इस दौरान चालकों-कार्मिकों ने बताया कि पिछले पांच माह से रोडवेज चालक-परिचालक व कार्मिकों को वेतनमान नहीं मिला। बावजूद इसके कोरोना काल में चालक-परिचालक बसों का संचालन कर रहे हैं। कार्मिको-चालकों-परिचालकों को अभी तक कोई भी कोरोना सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए। बिना पीपी किट, सेनेटाइजर, दस्ताने व फेस शील्ड के कार्मिक काम कर रहे हैं। इसके अलावा अभी तक शासन-प्रशासन ने मृतक कार्मिकों संबंधी कोई भी मुआवजा घोषित नहीं किया। उन्होंने आगाह किया कि यदि जल्द ही उनकी तीन सूत्रीय मांगों पर गौर नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।