कोरोना संक्रमितों व मृतकों के आंकड़ों में पूरी पारदर्शिता : केंद्र

आंकड़ों में हेराफेरी के आरोपों को एक सिरे से नकारा

नई दिल्ली ,27 जुलाई (आरएनएस)।  देश में कोरोना के सरकारी आंकड़ों से कहीं ज्यादा मौतें होने व मरीजों की संख्या भी अधिक होने को लेकर आई मीडिया रिपोर्ट को सरकार ने पूरी तरह गलत बताया है। केंद्र सरकार ने मंगलवार को बयान जारी कर कहा कि वह कोविड डाटा मैनेजमेंट को लेकर पूरी तरह पारदर्शिता दृष्टिकोण अपना रही है।

सरकार ने कहा कि देश में सारे कोरोना संक्रमितों व मृतकों का डाटा संकलित करने का एक मजबूत सिस्टम कार्यरत है। सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को अपने राज्यों में मरीजों व मृतकों की संख्या को लगातार अपडेट करने की जिम्मेदारी दी गई है। कोरोना से होने वाली सारी मौतों को दर्ज करने का सिस्टम पहले से अस्तित्व में है।  केंद्र ने कहा कि देश में कोरोना के आंकड़े एकत्रित करने के लिए आईसीएमआर की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। यह गाइड लाइन विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की सही ढंग से आंकडे संकलित करने को लेकर जारी आईसीडी-10 कोड्स की सिफारिशों पर आधारित है। दरअसल हाल ही में आई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में कोरोना से कुल मौतें सरकारी आंकड़ों से सात से आठ गुना ज्यादा हो सकती हैं। इस दावे पर सरकार ने साफ कहा कि ये पूरी तरह से गलत है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में कोरोना की दोनों लहरों में 27 से 33 लाख लोग मारे गए हैं। यह रिपोर्ट विभिन्न डाटा बेस के आधार पर तैयार की गई है।