कोरोना को मात देने के लिए पंद्रह दिन में जानिए कहां-कहां बनेंगे 1400 कोविड बेड, कितने की होगी एंटीजन जांच

देहरादून। राज्य में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार ने डीआरडीओ की मदद से हल्द्वानी और आईडीपीएल में पांच-पांच सौ बेड जबकि जौलीग्रांट हॉस्पिटल के एक बिल्डिंग में राज्य सरकार, डीआरडीओ की मदद से 400 बेड का अस्थाई अस्पताल अस्पताल शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य सविच डॉ. पंकज पांडेय ने बताया कि डीआरडीओ की मदद से दो अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं। कुमाऊ क्षेत्र के लिए हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज कैम्पस में अस्पताल बनाया जाएगा जो हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज द्वारा संचालित किया जाएगा। गढ़वाल क्षेत्र के लिए अस्थाई अस्पताल आईडीपीएल ऋषिकेश में बनेगा। इसे एम्स ऋषिकेश द्वारा संचालित करेगा। दोनों अस्थाई अस्पतालों में 500 -500 बैड की क्षमता होगी।
हल्द्वानी में बनने वाले अस्थाई अस्पताल में 400 ऑक्सीजन बेड एवं 100 आईसीयू बेड बनाए जाएंगे। आईडीपीएल ऋषिकेश में 500 बेड ऑक्सीजन सपोर्टेड बनेंगे। राज्य सरकार की मदद से एम्स ऋषिकेश में 100 आईसीयू बेड अलग से बनाए जाएंगे। हिमालय अस्पताल जौलीग्रांट में डीआरडीओ की मदद से ऑक्सीजन सपोर्टेड 400 बेड तैयार किए जाएंगे। हिमालयन की चार सौ बेड की खाली बिल्डिंग को इसके लिए यूज किया जाएगा। सचिव स्वास्थ्य ने यह भी बताया कि प्रदेश में रिमिडेसिवर इंजेक्शन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। दो हजार इंजेक्शन एक दो दिन में और मिलेंगे। केंद्र सरकार व कंपनियों से मई के लिए दो लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड कर दी गई है।
300 रुपये में रैपिड एंटीजन जांच
राज्य सरकार ने रैपिड एंटीजन टेस्ट की दर को भी कम करते हुए अब मात्र 300 कर दिया गया है। पहले इसकी दर 350 के करीब थी। इसके अलावा सभी जिलों में अस्पतालों में मैन पावर की कमी को पूरा करने के लिए सीएमओ को अधिकार दिए गए हैं। कंट्रेक्ट, संविदा, उपनल या किसी भी सूरत में हेल्थ वर्कर मिल जाएं उन्हें रखने को कहा गया है।
अगले सप्ताह नए मामलों की कमी की संभावना
सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का आंकलन है कि राज्य में कोविड मानकों को दुबारा सख्ती से पालन कराए जाने व कई पाबंदियों का असर अगले सप्ताह से दिखना शुरू होगा और नए मरीजों में कमी आने की उम्मीद है।