कोरोना कर्फ्यू के दौरान कालाबाजारी जोरों पर

बागेश्वर। कोरोना कर्फ्यू के दौरान कालाबाजारी जोरों पर है। पान मसाला, गुटका, बीड़ी, सिगरेट के दाम में एकाएक उछाल आ गया है। दालें और सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं। इसके कारण गरीब की थाली महंगी हो गई है। सुबह पांच से 12 बजे तक जरूरी सामान की दुकानें खुल रही हैं। व्यापारी इस अवधि में महंगा सामान बेचने लगे हैं। दुकानदारों के अनुसार थोक बिक्रेता से ही उन्हें सामान महंगा मिल रहा है। सब्जी के दाम भी शहर में एक समान नहीं हैं। आलू, प्याज से लेकर सेब, अनार, अंगूर आदि महंगे हो गए हैं। कोरोना संक्रमण बढऩे के बाद लोगों की मजदूरी और अन्य काम बंद हो गए हैं। लगभग चार हजार से अधिक प्रवासी नौकरी आदि छोडक़र महानगरों से घर लौट आए हैं। ऐसे में रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी होने पर उनकी दिक्कतें बढ़ गई है। स्थानीय दिनेश सिंह, बीबी पाठक, बसंत जोशी, मनोज कुमार, खीम सिंह, प्रमोद, सुंदर सिंह ने बताया कि पांच रुपये का गुटका अब बीस रुपये में तीन खरीद रहे हैं। बीड़ी का बंडल भी दस से 15 रुपये तक पहुंच गया है। इसके अलावा अन्य सामान भी महंगा हो गया है, जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट बना हुआ है।

दाल पहले अब (प्रति किलो रुपये में)
राजमा 100 160
अरहर 100 120
मसूर 80 100
चना 60 70
चना दाल 100 120
सब्जी
आलू 10 20
प्याज 30 40
टमाटर 20 30
लौकी 30 40
शिमला मिर्च 30 40

फल
आम 80 100
सेब 100 120
अनार 120 160
अंगूर 80 100

व्यापारी पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। कुछ व्यापारी दाम अधिक बढ़ा सकते हैं। थोक विक्रेताओं के दाम बढ़ाने पर छोटे व्यापारियों का दाम बढ़ाना मजबूरी है। लेकिन अभी कालाबाजारी जैसा कुछ नहीं है। -हरीश सोनी, नगर अध्यक्ष, व्यापार मंडल।
वर्जन सब्जी और अन्य सामान की रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश जारी किए हैं। कालाबाजारी करने वालों पर प्रशासन कार्रवाई करेगा। वर्तमान में स्थिति ऐसी नहीं है। फिर भी महंगाई बढऩे की जांच होगी। -अरुण कुमार वर्मा, जिला पूर्ति अधिकारी, बागेश्वर।

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