वाह री सिविल लाइन कोतवाली पुलिस, आरोपियों पर मेहरबान और पीड़ितों पर अत्याचार
रुड़की (आर एन एस)। बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर आरोपियों ने भाई का ही सिर फाड़ दिया। गंभीर हालत में भाई को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उसके सिर में 18 टांके आए हैं। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी को पकड़ लिया लेकिन बाद में पता नहीं किन कारणों के चलते उसे छोड़ दिया गया। जानकारी लगने पर पीड़ित रात्रि में ही कोतवाली पहुंचे और आरोपी को छोड़ने की बाबत वीडियो लाइव करते हुए पुलिस से जवाब मांगा लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे पाए। पीड़ित देर रात तक कोतवाली में ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गुहार लगाते रहे।
प्राप्त समाचार के अनुसार सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र निवासी एक युवती के साथ छेड़छाड़ की गई। बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पहुंचे भाई को आरोपियों ने पकड़ कर जमकर मारपीट करने के साथ ही उसका सिर फाड़ दिया। आनन-फानन में मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके से एक आरोपी को दबोच लिया और घायल को उपचार के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसके सिर में 18 टांके के आने बताएं गए हैं। पीड़ित युवक का इलाज करा ही रहे थे कि उन्हें पता चला कि पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को छोड़ दिया है। रात्रि में ही घायल युवक, बहन के साथ परिजन सिविल लाइन कोतवाली पहुंचे और कोतवाली में मौजूद पुलिस से आरोपी को छोड़े जाने की बाबत जानकारी चाहिए लेकिन सिविल लाइन कोतवाली पुलिस उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पायी। कुछ देर बाद पार्षद चंद्र प्रकाश बाटा भी कोतवाली पहुंच गए और पुलिस की इस कार्यवाही पर नाराजगी दर्ज करते हुए पुलिस से पूछा कि आखिर ऐसा किस का दबाव था जो छेड़छाड़ और मारपीट करने वाले आरोपियों को ही पुलिस ने छोड़ दिया। पीड़ित द्वारा देर रात्रि ही एक लाइव वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और रात्रि में ही एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा। लेकिन यहां पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं कि जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था तो आखिरकार ऐसी क्या मजबूरी रही जिस पर पुलिस को आरोपी को छोड़ना पड़ा। पीड़ितों द्वारा रात्रि के समय ही वीडियो वायरल कर देने के बाद लोगों का बस यही कहना था कि वाह री सिविल लाइन कोतवाली पुलिस पीड़ितों पर अत्याचार और आरोपियों पर मेहरबान क्यों? वही बताया गया है कि सिविल लाइन कोतवाली पुलिस द्वारा मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और फरार दो आरोपियों की तलाश के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।