चालदा महासू महाराज ने किया समाल्टा मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश
विकासनगर। छत्रधारी चालदा महाराज पालकी, छड़ी व देव चिन्हों ने बुधवार तडके चार बजे समाल्टा स्थित मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया है। गर्भ गृह में प्रवेश के दौरान गर्भ गृह से लेकर पूरे मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोचार व चालदा महाराज के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। अपने आराध्य देव की भक्ति में लोग लीन हो गये। मंगलवार सुबह से लेकर देर रात तक हजारों की संख्या में लोग मंदिर परिसर में चालदा महाराज के दर्शनों के लिए एकत्र रहे। रातभर लोग महाराज की एक झलक पाने के लिए तरसते रहे। देर रात तक जब देव पालकी नहीं पहुंची तो बच्चे व महिलायें बडी संख्या में रात को घर निकल गये। लेकिन बुधवार तडके चार बजे से ही लोगों का अपने आराध्य देव की एक झलक पाने व मन्नत मांगने के लिए तांता लगना शुरु हो गया। मंदिर परिसर में पहुंचे चालदा महाराज व उनके देव चिन्हो के दर्शन दर्शन कर मन्नतें मांगी। चार बजे माहौल उस समय भक्तिमय हो गया जब चालदा महाराज ने मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया। इस दौरान वैदिक मंत्रोंचार व चालदा महाराज के जयकारों से पूरा माहौल गूंज उठा। महराज के गर्भगृह में प्रवेश के बाद पूजा अर्चना की गई। प्रसाद वितरण किया गया। जिसके बाद सुबह पांच बजे से ही भंडारा शुरु किया गया। देर शाम तक भंडारा चलता रहा। आयोजकों का यह विेशेष प्रबंध था कि भगवान चालदा महासू के भोग व भंडारे से कोई वंचित न रह जाय। इस अवसर पर बजीर दीवान सिंह राणा, खत समाल्टा सदर स्याण अर्जुन सिंह तोमर, कलम सिंह चौहान, रणवीर सिंह चौहान, चतर सिंह चौहान, सरदार सिंह तोमर, भगत सिंह, जनक सिंह तोमर, अर्जुन सिंह, शूरवीर तोमर आदि लोग मौजूद रहे।
एक वर्ष तक समाल्टा मंदिर में ही प्रवास करेंगे महाराज
चालदा महासू महाराज एक वर्ष तक समाल्टा स्थित मंदिर में ही प्रवास करेंगे। एक वर्ष बाद चालदा महाराज का अगला पड़ाव खत पशगांव के दसऊ मंदिर में होगा। दसऊ मंदिर में चालदा महासू महाराज दो वर्ष का प्रवास करेंगे। दो वर्ष बाद अगले पड़ाव के लिए निकलेंगे।