चौबट्टाखाल में राजपाल के टिकट कटने से समर्थक नाराज, सामूहिक इस्तीफे दिए
पौड़ी। विधानसभा चौबट्टाखाल सीट पर एआईसीसी सदस्य और पिछले दो चुनावों में चौबट्टाखाल सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजपाल बिष्ट को टिकट न मिलने से उनके समर्थकों ने कड़ी नाराजगी जताई है। साथ ही टिकट राजपाल बिष्ट को देने की मांग भी पार्टी हाईकमान से की। बुधवार को कांग्रेस ने इस सीट से राजपाल का टिकट काट केशर सिंह नेगी को प्रत्याशी बनाया दिया था। गुरुवार को सतुपली में एकत्र हुए कांग्रेस के पदाधिकारियों ने इस पर नाराजगी जताई और सामूहिक इस्तीफे दे दिए। हालांकि ये इस्तीफे जिलाध्यक्ष तक नहीं पहुंचे। जिलाध्क्ष पौड़ी ने इस्तीफे देने पर कहा है कि कई पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे देते हुए नाराजगी जताई है अभी तक उनके पास विधवत इस्तीफे नहीं मिले हैं।
चौबट्टाखाल सीट पर कांग्रेस में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है।टिकट बंटते ही यहां कार्यकर्ताओं में विरोध देखने को मिल रहा है। गुरुवार को विधानसभा के बीरोंखाल,द्वारीखाल और एकेश्वर सहित पोखड़ा ब्लाकों के पदाधकारियों ने अपनी नाराजगी जताई और एक स्वर में कहा कि राजपाल को ही प्रत्याशी बनाया जाए। बुधवार देर रात कांग्रेस की सूची जारी होते ही राजपाल समर्थकों ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नाराजगी जतानी शुरू कर दी थी। गुरुवार को सुबह यह नाराजगी सामने देखने को भी मिली। सतपुली में एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और मनीष खंडूड़ी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि पिछले 10 सालों से जमीनी स्तर पर मेहनत कर रहे राजपाल बिष्ट का टिकट काटकर एक दूसरे व्यक्ति को टिकट दिया गया है। पार्टी के बड़े नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप भी समर्थकों ने लगाया और कड़ी नाराजगी जताई।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि करीब दो साल पहले ही पार्टी ज्वाइन करने वाले व्यक्ति को पार्टी ने टिकट दिया है। जिसका खामियाजा कांग्रेस को आने वाले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने एक सुर में पार्टी हाईकमान को टिकट राजपाल बिष्ट को देने और यदि ऐसा नहीं होता तो चौबट्राटाखाल से राजपाल बिष्ट को चुनाव में निर्दलीय उतारने की पैरवी भी की। राजपाल बिष्ट ने 2012 और 2017 के चुनाव इसी सीट पर लड़ा था। इसलिए यदि उन्हें इस बार टिकट न देकर पार्टी किसी जमीनी कार्यकर्ता को मैदान में उतारती, तो वह इसे भी स्वीकार किया जा सकता था। इधर, राजपाल बिष्ट ने कहा कि उनका कोई विरोध नहीं है। कार्यकर्ता अपनी भावनाओं के अनुरूप विरोध जता रहे हैं, ये उनका अधिकार है। नाराजगी जताने और सामुहिक इस्तीफा देने वालों में पीसीसी सदस्य माया गुसाईं, बीरोंखाल,ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश बिष्ट, सतपुली अध्यक्ष कीरत रावत, पोखड़ा अध्यक्ष अरूणोदय सिंह, एकेश्वर अध्यक्ष कैलाश रावत, नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजन रौतेला, यूथ विधानसभा अध्यक्ष रोहन नेगी समेत करीब दस से अधिक पार्टी पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया है। इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष सतपुली जयदीप नेगी, वरिष्ठ कांग्रेसी प्रताप सिंह नेगी, रणधीर सिंह नेगी, पूनम कैंतूरा, त्रिलोक सिंह नेगी, पंकज पोखरियाल, रविंद्र कुमार, गोलू नेगी समेत दर्जनों समर्थक मौजूद रहे। इधर पौड़ी जिलाध्यक्ष कांग्रेस विनोद नेगी ने कार्यकर्ताओं की नाराजगी की बात स्वीकार की है। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी मेरे पास किसी का भी लिखित इस्तीफा नहीं आया है।