सोशल मीडिया में छाया 28 एकड़ में खनन का मुद्दा

चम्पावत। उचौलीगोठ शारदा के 28 एकड़ में खनन के लिए सीमांकन करने गई टीम को बैरंग लौटाने के बाद मामला अब सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। ग्रामीणों ने किसी भी सूरत में खनन नहीं होने देने की पोस्ट वायरल की हैं। बीते दिन रिवर ट्रेनिंग के तहत टेंडर प्रक्रिया पास होने के बाद सीमांकन को गई खनन और वन विभाग की टीम को ग्रामीणों का भारी विरोध झेलना पड़ा था। जिसके बाद आखिरकार ग्रामीणों के दबाव में आकर टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा था। अब इस मुद्दे को ग्रामीण क्षेत्रों के लिए खतरा बताकर फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य प्रकार से सोशल मीडिया में पोस्ट वायरल की हैं। जिसमें तरह तरह के कमेंट्स देखने को मिल रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है उचौलीगोठ क्षेत्र में खनन होने के बाद नीचे के गांव नायकगोठ, गैड़ाखाली, थ्वालखेड़ा, चिडिय़ाघोल समेत अन्य गांव खतरे की जद में आ जाएंगे। ग्रामीण ओम महर का कहना है कि पूर्व से ही उन्हें पुल बनाने का हवाला देकर खनन किया जाता रहा है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं ग्रामीण पुष्कर सिंह का कहना है कि सभी गांवों और उनके भविष्य के हित को देखते हुए किरोड़ा पुल की तरह ही उन्हें भी पुल की सुविधा दी जाए। कहा कि पुल बनने तक उचौलीगोठ में खनन का विरोध चलता रहेगा।