चमोली-रुद्रप्रयाग के संस्कृत स्कूल कालेजों का होगा कायाकल्प

देहरादून। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डा. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने मंगलवार को बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह से उनके राजपुर स्थित कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच ये तय हुआ कि चमोली व रुद्रप्रयाग में संस्कृत स्कूलों और कालेजों का कायाकल्प किया जाएगा। डा. चंडी प्रसाद ने बताया कि सरकार की मंशा के अनुरूप जहां शिक्षा विभाग का कार्य अरेंजमेंट करना है, वही मंदिर समिति का कार्य मैनेजमेंट करना है। अरेंजमेंट और मैनेजमेंट के बीच में सामंजस्य बनाते हुए विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण एवं सख्त अनुशासन बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सीओ से यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर वह प्रशासनिक व्यवस्था की धारा 41 का प्रयोग करने में भी पीछे नहीं हटेंगे। क्योंकि उत्तराखंड सरकार की मंशा के अनुरूप इन विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षिक वातावरण,छात्र संख्या में वृद्धि, उच्च परीक्षा फल एवं विद्यालयों को अनावश्यक नेतागिरी से बाहर निकालना है। योगेंद्र सिंह को केदारनाथ का एसडीएम होने के साथ-साथ बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का मुख्य कार्य अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी है। जबकि डॉ चंडी प्रसाद के पास रुद्रप्रयाग व चमोली का विशेष प्रभार दिया गया है।


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