चक्का जाम में एक घंटे फंसे केंद्रीय राज्यमंत्री

बदहाल संचार सेवा की बहाली व जंगली जानवरों से ग्रामीणों और मवेशी की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों ने ऋषिकेश-गगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को डेढ़ घंटे तक जाम रखा।

नई टिहरी। क्षेत्र में बदहाल संचार सेवा की बहाली व जंगली जानवरों से ग्रामीणों और मवेशी की सुरक्षा को लेकर नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत व जिपं सदस्य दीवान सिंह रावत के नेतृत्व में करीब एक दर्जन ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने ऋषिकेश-गगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को डेढ़ घंटे तक जाम रखा। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान केंद्रीय बीज एवं उर्वरक राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया भी जाम में फंसे रहे। मनसुख ने केंद्रीय संचार मंत्री से बात करने का आश्वासन दिया। इस बीच, जिलाधिकारी से दूरभाष पर वार्ता के बाद जाम खुल पाया।
संचार समस्या से जूझ रहे शनिवार को क्षेत्र के ग्रामीण आगराखाल कस्बे में पहुंचे और सुबह 10.15 बजे यहां पर सडक़ जाम कर दी, जिस कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान गंगोत्री धाम के दर्शन कर ऋषिकेश लौट रहे केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया भी जाम में फंसे रहे। उन्हें यहां पर करीब एक घंटे तक हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ा। आंदोलनकारियों का कहना था कि क्षेत्र में संचार सेवा ठप पड़ी है, जिससे क्षेत्रवासियों को सूचना आदान-प्रदान करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मांग को लेकर क्षेत्रवासियों ने तीन दिन पहले भी आगराखाल में सांकेतिक जाम लगाया था, लेकिन उसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो पाया। ग्राम सल्डोगी में विगत 11 अक्टूबर रात्रि तथा बगल के ही गांव कसमोली में विगत 13 अक्टूबर रात्रि को गुलदार ने दो बच्चों को अपना निवाला बना डाला था। इस दौरान भी अन्य जगह संपर्क करने में ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आंदोलनकारियों का कहना था कि क्षेत्र में नेटवर्क बहाल हो तथा मानव और मवेशियों को दुर्दांत जंगली जानवरों से सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। साथ ही बीएसएनएल नेटवर्क सेवा निरंतर बाधित रहने पर एजीएम को सस्पेंड करने की मांग की। आंदोलनकारियों के सडक़ पर डटे रहने के कारण एक घंटे से जाम में फंसे केंद्रीय बीज एवं उर्वरक मंत्री को आंदोलनकारियों के बीच आना पड़ा और उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी इवा श्रीवास्तव से दूरभाष पर वार्ता कर समस्याओं के निदान करने को कहा। केंद्रीय राज्य मंत्री के इस आश्वासन पर कि वे केंद्र सरकार के संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद सिंह से इस मुद्दे पर वार्ता करेंगे और यहां से प्रतिनिधिमंडल आएगा तो उनसे मिलवाएंगे और समस्या का निदान करेंगे। इस आश्वासन पर पौने बारह बजे जाम खोला गया। इस दौरान आंदोनकारियों ने उन्हें ज्ञापन भी सौंपा। क्षेत्र पंचायत सदस्य किशोर कंडारी, प्रधान रजनी भंडारी, प्रधान सपना रावत, सुरेंद्र सिंह, दीप्ति, मुकेश रमोला, प्रमोद, कुंवर सिंह रावत, सुमेर चंद,शुभम रमोला, प्रकाश, वीरेंद्र कुमार, आनंद सिंह,हरपाल सिंह, संदीप, पूनम, प्रदीप रावत, नरेंद्र कंडारी, प्रवीण चंद, बचन सिंह, विजय सिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद थे। पुलिस के हाथ पांव फूले:केंद्रीय राज्यमंत्री मनसुख भाई मांडविया के जाम में फंसने की सूचना पर पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची और जाम खुलवाने में जुट गई। पुलिस को जाम खुलवाने के लिए पसीना बहाना पड़ा। पुलिस ने जाम खुलवाने का हर संभव प्रयास किया लेकिन आदोलनकारी नहीं माने। इस बीच आंदोलनकारियों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई। बाद में केंद्रीय राज्यमंत्री को जाम खुलवाने के लिए खुद ही आगे आना पड़ा उनके आश्वासन के बाद जाम खुल पाया, जिसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली।