Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राष्ट्रीय
  • सीबीआई ने पहली चार्जशीट में पार्थ चटर्जी को बताया मास्टरमाइंड
  • पश्चिम बंगाल
  • राष्ट्रीय

सीबीआई ने पहली चार्जशीट में पार्थ चटर्जी को बताया मास्टरमाइंड

RNS INDIA NEWS 01/10/2022
default featured image

कोलकाता (आरएनएस)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) घोटाले में अपनी पहली चार्जशीट में, पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को साजिश के पीछे प्रमुख मास्टरमाइंड के रूप में चिन्हित किया है। सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, अधिकारी उन लोगों की पहचान कर रहे है, जिन्हें अवैध रूप से भर्ती किया जाना था और साथ ही उन योग्य उम्मीदवारों की भी पहचान की जा रही है, जिनके नाम अयोग्य लोगों को समायोजित करने के लिए योग्यता सूची से बाहर कर दिए गए थे।
सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, हमारे अधिकारियों ने इनमें से कई अयोग्य उम्मीदवारों की मूल ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन शीट बरामद की और देखा कि आयोग के सर्वर में उल्लिखित अंक औसतन 50 अंकों से कम थे। साजिश के इन सभी पहलुओं का उल्लेख चार्जशीट में किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जो इस मामले की जांच कर रहा है, ने 19 सितंबर को इस मामले में अपना पहला आरोप पत्र दायर किया था। सीबीआई और ईडी दोनों की पहली चार्जशीट में पार्थ चटर्जी का नाम शामिल है।
दो आरोपपत्रों में बुनियादी अंतर यह है कि जहां सीबीआई के आरोप पत्र में घोटाले को अंजाम देने के तौर-तरीकों का ब्योरा दिया गया है, वहीं ईडी की चार्जशीट में पूरे घोटाले में फंड के लेन-देन का विवरण दिया गया है। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, दोनों आरोपपत्रों की सामग्री में पार्थ चटर्जी एक आम कड़ी हैं।
सीबीआई के अधिकारी ने जांच की प्रगति का श्रेय डब्ल्यूबीएसएससी के अंदरूनी सूत्रों के एक वर्ग को दिया हैं, जिन्होंने घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी और दस्तावेजों को एजेंसी तक पहुंचाया। अधिकारी ने कहा, उन्होंने सच्चे व्हिसल ब्लोअर की भूमिका निभाई।
पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें 31 अक्टूबर 2022 तक पूरा महीना सलाखों के पीछे बिताना होगा।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: आपदा की मार से त्रस्त किसान, आजीविका के लिए किसान तोड़ रहे पत्थर
Next: गोबर के गड्ढे में डुबोकर पति ने कर दी पत्नी की हत्या

Related Post

default featured image
  • राष्ट्रीय

करवाचौथ की रात बारह घरों में ठगी, नशीला खाना खिलाकर दुल्हनें जेवर-नकदी लेकर फरार

RNS INDIA NEWS 13/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

रील बनाने के नाम पर पुलिस कर्मी के बेटी से दुष्कर्म

RNS INDIA NEWS 12/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

एनडीए में सीट बंटवारा हुआ फाइनल, भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर लड़ेगी बिहार चुनाव

RNS INDIA NEWS 12/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 14 अक्टूबर
  • पैठाणी के गांवों में फिर सक्रिय हुआ भालू
  • चलते वाहन पर गिरा पत्थर, चालक घायल
  • संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका श्रमिक
  • सैन्य धाम के अंतिम चरण के कार्य शीघ्र पूर्ण किए जाएं :  गणेश जोशी
  • ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने के आरोप में दंपति और बेटे पर केस दर्ज

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.