
अल्मोड़ा। बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआईटी) में सोमवार को उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर “एम्पावरिंग उत्तराखंड: ब्रिजिंग अकादमिया, इंडस्ट्री एंड गवर्नेंस” विषय पर राज्य स्तरीय पैनल चर्चा आयोजित की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। पर्यावरणविद पद्मश्री और पद्मभूषण सम्मानित डॉ. अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड को प्राकृतिक संपदा के दोहन की बजाय रिसाइक्लिंग और टिकाऊ विकल्पों की दिशा में आगे बढ़ना होगा। पर्यावरण मंत्रालय से जुड़े प्रो. उमेश कहालेकर ने भावी इंजीनियरों से कहा कि वे दीर्घकालिक विकास को प्राथमिकता दें, ताकि पर्वतीय राज्य पर्यावरणीय संतुलन बनाए रख सकें। यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत ने कहा कि एआई, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स जैसी तकनीकें पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव ला सकती हैं। एमएनआईटी जयपुर के पूर्व निदेशक प्रो. उदय कुमार वाईआर ने युवाओं से नवाचार और स्टार्टअप की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के निदेशक डॉ. संतोष कुमार हम्पन्नावर ने किया। इस अवसर पर प्रो. आर.के. सिंह, प्रो. सत्येन्द्र सिंह, डॉ. रवि कुमार, डॉ. कपिल चौधरी, डॉ. स्वेता रावत, डॉ. अंशुमान मिश्रा, डॉ. कुलदीप खोलिया, डॉ. पंकज सनवाल, डॉ. ललित गाड़िया, डॉ. आनंदिता साहा, डॉ. भावना परिहार सहित कई प्राध्यापक व छात्र उपस्थित रहे।



