बीएसपी के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 के कंट्रोल रूम में इमरजेंसी बटन बंद करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार

भट्टी पुलिस की कार्यवाही

भिलाई (आरएनएस) छत्तीसगढ़ के इस्पात नगरी भिलाई में बीएसपी के 25 मेगा वाट क्षमता के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 के स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 04 के कंट्रोल रूम मैं बलात प्रवेश कर इमरजेंसी बटन के कवर को तोडक़र बटन बंद करने वाले चार आरोपियों को भट्टी पुलिस के द्वारा आज सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है चारों आरोपियों के खिलाफ 3 लोक सम्पत्ति को नुकसानी का निवारण अधिनियम 1984 सहित अन्य धाराओं में कार्यवाही की गई है। भट्टी थाना प्रभारी भूषण एक्का ने बताया कि प्रार्थी के. प्रेम कुमार 57 वर्ष सा. प्लाट नं 5 सडक़ नं 4/्र प्रगति नगर रिसाली बीएसपी के पावर एण्ड ब्लोविंग स्टेशन 2 न्यू वरिष्ठ प्रबंधक की रिपोर्ट पर कल देर रात चारों आरोपियों में सुनील कुमार शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, उमेश कुमार दास, निशांत सूर्यवंशी के खिलाफ भादवि की धारा 488, 186, 427 3 लोक सम्पत्ति को नुकसानी का निवारण अधिनियम 1984 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था। आज भट्टी पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए चारों ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है।
गौरतलब हो कि वेतन समझौता नहीं होने से नाराज आंदोलित युवा कर्मियों के द्वारा 24 अप्रैल के प्रात: 07:00 बजे के आसपास पास पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 के स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 04 के इंचार्ज कार्तिक राम भगत (आपरेटर कम्प टेकनिशियन) जिसकी भी रात्रि कालीन इयूटी थी । उस दौरान आरोपी सुनील कुमार शर्मा, ब्रजेश कुमार सिंह, उमेश कुमार दास, निशांत सूर्यवंशी के द्वारा सुबह लगभग 06:56 बजे सुनियोजित तरीके से ज़बरदस्ती इकाई में अनाधिकृत तरीके से स्टीम टर्बो जनरेटर नं. 04 कन्ट्रोल रूम के अंदर संरक्षित क्षेत्र में बलात प्रवेश किया । रोके जाने के बावजूद उन लोगों ने इमर्जन्सी बटन के कवर को तोड़ कर जबरदस्ती स्विच को दबा कर स्विच बंद करके चले गये , जिससे एस टी जी-4 इकाई का पूरा ऑपरेशन बंद हो गया । जैसे ही कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारियों को इसकी सूचना मिली निर्देश देते हुए कर्मचारियों को तत्काल दौडाया और बाकी कुछ ही समय बाद विद्युत प्रवाह आटोमैटिक होने से विद्युत प्रवाह सामान्य करते हुए इकाई के ऑपरेशन को बचाया । कन्ट्रोल रूम के अंदर स्विच बोर्ड से तोडफोड हुई थी । भिलाई इस्पात संयंत्र के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन 2 मे 25 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है । जहां से ऑक्सिजन प्लांट , ब्लास्ट फर्नेश आदि को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर विद्युत का प्रवाह होता है उपरोक्त व्यक्तियो द्वारा उक्त अपराधिक कार्य से ऑक्सिजन प्लांट , ब्लास्ट फर्नेश आदि को नुकसान होने सी सम्भावना थी । कोविड 19 संक्रमण बीमारी के समय भिलई स्टील प्लांट छत्तीसगढ़ राज्य के अलावा अन्य राज्यो मे आक्सिजन सप्लाई कर रहा है । उपरोक्त आरोपियों द्वारा जानबूझकर केन्द्र सरकार की सार्वजनिक उपकरण भिलाई इस्पात संयंत्र को बड़े नुक़सान में डालने के लिए तथा विद्युत आपूर्ति और वर्तमान समय के महामारी कोविड 19 के समय में देश के अति महत्वपूर्ण सार्वजनिक उपकरण को क्षति पहुँचाने के उद्देश्य से उक्त कर्मचारियों के द्वारा यह कुकृत्य किया गया । जिसके बहुत भयावह परिणाम इस कोविड समय में हो सकते थे । इनकी इस हरकत से बायलर के स्टीम लाइन मे विस्फोट भी हो सकता था, जिसे समय रहते नियंत्रण किया गया । प्रबंधन को आशंका है कि ये कर्मचारी आने वाले समय में भी इस तरह की हरकत कर सकते हैं और संयंत्र को नुकसान पहुंचा सकते हैं ।