भाजपा में शामिल हुईं मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव

नई दिल्ली (आरएनएस)। पांचों राज्यों में चुनाव होने हैं सभी पार्टियां अपने पूरे दम के साथ चुनाव में उतरने की तैयारी में है। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के कुछ नेता समाजवादी पार्टी में चले गए लेकिन अब अखिलेश यादव को तगड़ा झटका लगा है और मुलायम सिंह की छोटी बहू अर्पणा यादव बीजेपी में शामिल हो गई है। और अपना को दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाई। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल होने के बाद अर्पणा यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विचारों से प्रभावित होकर कहा कि मैं भाजपा की बहुत आभारी हूं जिन्होंने मुझे देश की सेवा करने का मौका दिया । मेरे लिए देश हमेशा पहले आता है। अर्पणा यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों से प्रभावित होकर और उनके स्वच्छ भारत मिशन हो या महिला स्वालंबी योजना भाजपा की सभी योजनाओं से प्रभावित हमेशा रही हूं। यादव ने कहा कि मैं राजनीति करने नहीं आई हूं मैं राष्ट्र प्रथम की भावना से राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। भारतीय जनता पार्टी में रहकर अपनी क्षमता के अनुसार देश और उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा करूंगी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अर्पणा यादव के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के कुशासन का ही नतीजा है जो उनके साथ कोई भी उनके पार्टी में काम नहीं करना चाहता है। केशव प्रसाद मौर्य ने  अखिलेश यादव के कुशासन पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का विकास हुआ है और विकास की योजनाएं अभी भी कार्यान्वित हो रही है। जबकि अखिलेश यादव दूसरे विकास कार्यों पर स्टीकर चस्पा करने का काम करते हैं। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने कार्यकाल में राज्य के किसी क्षेत्र का विकास नहीं किया। केशव प्रसाद मौर्य ने अर्पणा यादव का भाजपा में शामिल होना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की वजह ही एकमात्र कारण है जो अर्पणा यादव ने भाजपा में शामिल होना पसंद किया। अखिलेश यादव अपने परिवार को सब असफल ही नहीं हुए बल्कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की जनता भी उन्हें नहीं पसंद करती क्योंकि उन्होंने सांसद के रूप में भी अच्छा काम नहीं किया है। उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अर्पणा यादव के भारतीय जनता पार्टी में ज्वाइन करने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के सरकार को उत्तर प्रदेश की हर जनता और किला बहुत ही पसंद करती है इसी वजह से अर्पणा यादव ने भारतीय जनता पार्टी को अपना पार्टी मानकर इसकी सदस्यता ग्रहण की। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव के गुंडाराज के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार एक अच्छा सुशासन और कानून राज उत्तर प्रदेश को दे रहे हैं उसे जनता सर आंखों पर पसंद कर रही है। जबकि अखिलेश यादव के शासनकाल में गुंडागर्दी को महत्व दिया जाता था और बेटा बेटी या किसान कोई भी सुरक्षित नहीं था। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के समय शाम ढलते ही लोग घरों का दरवाजे थे क्योंकि पुलिस किसी अपराधी को छेडख़ानी में पकड़ लेता था तो उसे छोडऩे के लिए मियाजान का फोन आ जाता था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की नहीं बल्कि आजम खान का शासन चलता था। अर्पणा यादव के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूती मिलेगी क्योंकि अर्पणा यादव समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी है। और अपना यादव का जन्म 1 जनवरी 1990 को हुआ था उनके पिता अरविंद सिंह बिष्ट एक पत्रकार रहे हैं उनके पिता को सपा की सरकार में सूचना आयुक्त बनाया गया था वही उनकी मां ओम जी बिष्ट लखनऊ नगर निगम में अधिकारी है। अर्पणा यादव और प्रतीक यादव की मुलाकात स्कूल के दिनों में हुई थी। अर्पण और प्रतीक की सगाई 2010 में हुई थी दोनों की शादी दिसंबर 2011 में मुलायम सिंह यादव के पैतृक गांव सैफई में हुई दोनों की एक बेटी है जिसका नाम प्रथमा है।

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