पूर्व उपाध्यक्ष एनआरएचएम बिट्टू कर्नाटक ने दी क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं और कोरोना से बचाव का दिया संदेश

अल्मोड़ा। पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने जारी एक बयान में कहा कि हमारे अतिआत्मविश्वास व लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण अब पुन: विकराल रूप लेने लगा है। कई लोग इस महामारी से असमय काल कवलित हो रहे हैं, अभी गत दिवस ही हमारे बीच से सक्रिय व कर्मठ सल्ट क्षेत्र के माननीय विधायक कोरोना संक्रमण के प्रकोप से हमारे बीच नहीं रहे जो कि एक गम्भीर व दुखद घटना है।
श्री कर्नाटक ने क्षेत्रवासियों से कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु विभिन्न संगठनों, हमारे द्वारा व सरकार द्वारा भी जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं परंतु लगता है हमें इन सुरक्षा प्रावधानों से कोई सरोकार नहीं है, अनेकों क्षेत्रों में उमड़ रही भीड़ इसी बात का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की खोज में परिलक्षित हुआ है कोरोना वायरस फेफड़ों को प्रभावित करता है जिससे संक्रमित को प्रथमतया श्वास की समस्या होती है। इससे यह भी संभावनाएं जताई जा सकती है कि आगामी शीतकालीन ऋतु में कोरोना संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ सकता है। जिसे अभी से नियंत्रित किया जाना जरूरी है। जब तक आम जन इस ओर सतर्कता नहीं बरतेंगे किसी भी सरकार के बूते में संक्रमण नियंत्रण नहीं होगा इसलिए जरूरी है कि हम कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सामाजिक दूरी, मास्क, हाथ धोना, भीड़ भाड़ वाली जगह से बचना व जगह जगह थूकने की आदत से बचना आदि जरूरी सावधानियां अनिवार्यतः अपने दिनचर्या में शामिल कर लें।

इसी क्रम में कोरोनावायरस से बचाव हेतु निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए श्री कर्नाटक व उनके साथियों द्वारा विगत वर्षों की भांति बाजार में घूम-घूम कर व्यापारी बंधुओं व आम जन को दीपावली पर्व की शुभकामनाएं देने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया, श्री कर्नाटक ने कहा कि इसका मुझे व मेरे साथियों को खेद है किन्तु मेरे क्षेत्र वासियों के परिवार की सुरक्षा ज्यादा महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आप व आपका परिवार स्वस्थ रहें आगामी दिनों में आपसे अवश्य सुखद भेंट होगी।
साथ ही श्री कर्नाटक ने अल्मोड़ा में विगत वर्षों से आहूत की जाने वाली पत्रकार बंधुओं से की जाने वाली औपचारिक भेंट व दीपावली मिलन समारोह को भी सुरक्षा की दृष्टि से स्थगित कर दिया।
उन्होंने अपने क्षेत्र वासियों से अपील की और कहा कि संक्रमण से बचाव हेतु निर्धारित मानकों का पालन करें, जब तक दवा नहीं, बिल्कुल भी लापरवाही नहीं।