भूस्खलन से चमोली के छिनका में बंद रहा बदरीनाथ राजमार्ग
नई टिहरी। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग चमोली के छिनका में बंद होने से बदरीनाथ धाम से चले तीर्थ पुरोहितों के परिवार करीब 22 घण्टे में देवप्रयाग पहुंचे। राजमार्ग बंद होने की दशा में कई परिवारों को अपने बच्चों के साथ वाहनों में ही रात गुजारनी पड़ी। गुरुवार सुबह छिनका में दो बार भू स्खलन होने से हजारों यात्री यहीं फंस गए थे। इनमें बदरीनाथ धाम से गुरुवार को निकले देवप्रयाग तीर्थ पुरोहितों के परिवार भी शामिल रहे। वाहन नहीं मिलने से स्थानीय निवासी कुसुम देवी अपने दो बच्चों के साथ बदरीनाथ से एक ट्रक से निकली थी। कुसुम ने बताया कि छिनका में सड़क बंद होने से उन्हें विरही में रोक दिया गया। यहां कई किमी तक वाहनों की लंबी कतार लगी थी। पांच हजार तक कमरे का किराया होने से उन जैसे कई लोग अपने वाहनों में रात गुजारने को मजबूर रहे। तड़के साढ़े तीन बजे सड़क को यातायात के लिए खोल दिए जाने के बाद अधिकांश वाहन यहां से निकले। कई जगह जाम की स्थिति से विरही से वह करीब सात घंटे में देवप्रयाग तक पहुंचे। देवप्रयाग आने वाले अन्य कई परिवार भी यहां फंसे थे। जो शुक्रवार दोपहर तक यहां तक पहुंचे। भोजन, पानी, शौच को लेकर सभी को दिक्ततें झेलनी पड़ी। विशेष कर महिला व बच्चों को इससे काफी दिक्कत हुई। बदरीनाथ से देवप्रयाग तक के सफर में करीब आठ घण्टे लगते हैं, मगर सड़क बंद होने से यहां पहुंचने में 22 घण्टे से अधिक का समय लग गया।