भारी विरोध के चलते ‘कनॉट प्लेस’ से कब्जेदारों को हटाने पहुंची टीम बैरंग लौटी

देहरादून। ऐतिहासिक कनॉट प्लेस के गिरासू भवन के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया जा चुका है। जिसको लेकर प्रशासन की टीम ध्वस्तीकरण से पहले 18 कब्जेदारों को हटाने पहुंची। जहां उन्हें को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। हालांकि, बमुश्किल टीम एक गोदाम को ही खाली करवा पाई। भारी विरोध की वजह से टीम को बैरंग वापस लौटना पड़ा। भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन की टीम कार्रवाई के लिए आज कनॉट प्लेस के उन भवनों पर पहुंची। जहां एक अर्से से कब्जेदार व्यापार करने के साथ ही निवास कर रहे हैं। प्रशासन की कार्रवाई से पहले ही यहां मौजूद कब्जाधारियों ने उन्हें बसाने की गुहार लगाते हुए जमकर हंगामा किया। जिसकी वजह से प्रशासन की टीम को एक बार फिर ठोस कार्रवाई किए बिना बैरंग लौटना पड़ा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कनॉट प्लेस के गिरासू भवनों को कब्जेदारों से खाली कराने पहुंचे तहसीलदार सोहनलाल ने कहा कि कोर्ट के आदेश का पालन हर हाल में किया जाएगा। पुलिस बल को लेकर कार्रवाई के लिए प्रशासन पहुंचा था। कुछ लोगों को हटाया गया है, लेकिन कई तरह का व्यवधान आया है। जिसकी रिपोर्ट आगे पेश की जाएगी। विरोध करने वाले कब्जेदारों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है। मौखिक तौर पर ही दावा किया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है।

Powered by myUpchar

error: Share this page as it is...!!!!