बीमार को कुर्सी का स्ट्रैचर बनाकर 10 किमी पैदल चलकर सड़क तक लाए

चमोली। जिले की निजमुला घाटी के सुदूरवर्ती गांव मानुरा के एक बुजुर्ग की अचानक तबीयत खराब हो गई। सडक़ और स्वास्थ्य सुविधा के अभाव में ग्रामीण बीमार को कुर्सी का स्ट्रैचर बनाकर 10 किमी पथरीले रास्तों पर पैदल चलकर सडक़ तक लाने पर विवश हुए। जहां से 76 वर्षीय बीमार बुजुर्ग कलम सिंह फर्स्वाण को जिला अस्पताल तक पहुंचाया गया। ग्रामीण गंगा सिंह फरस्वाण, वीरेंद्र सिंह, हुकुम सिंह ने बताया कि शुक्रवार सायं गांव के कलम सिंह फरस्वार्ण उम्र 76 वर्ष की अचानक तबीयत खराब हो गयी। गांव अभी भी सडक़ से मीलों दूर है। दर्द में कराहते बीमार को परिजन और ग्रामीण आनन फानन में कुर्सी में बैठाकर 10 किमी पथरीले पहाड़ी और पैदल रास्तों के बीच चलकर सडक़ तक लाये। जहां से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। यह अकेली घटना नहीं है। चमोली के दर्जनों गांवों की यही पीड़ा है। निजमुला घाटी के दूरस्थ गांवों और जोशीमठ के डुमक, कलगोंठ, किमाणा सहित कई गांवों की यही कहानी है। निजमूला घाटी के दूरस्थ गांवों में पिछले दो महीनें में 6 ऐसी ही घटनाएं सामने आयी हैं।