बैंक कर्जे से छुटकारा पाने के लिए की पत्नी की हत्या

रुड़की(आरएनएस)।  पति ने बैंक के लोन से छुटकारा पाने को ऐसी शातिराना चाल चली कि पुलिस भी दंग रह गई। पति ने नौकर की मदद से अपनी पत्नी का मर्डर कर दिया। हत्या करने के बाद बाद हत्यारोपी पति मौके से फरार हो गया था। लेकिन, पुलिस ने जांच के बाद हत्यारेपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मेरठ निवासी एक व्यक्ति ने 44 लाख के बैंक कर्जे से छुटकारा पाने के लिए अपनी पत्नी की हत्या कर दी थी। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने रविवार को रुड़की कोतवाली में मामले का खुलासा किया। हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने लापता मनीषा का शव अभी तक बरामद नहीं किया है। मनीषा की टोपी, पिट्ठू बैग, बाइक, हेलमेट और कार बरामद की है।
पुलिस कप्तान ने बताया कि मनीषा के नाम पर 44 लाख रुपये का बैंक लोन था। मनीषा का पति अतेंद्र पुत्र सत्य प्रकाश निवासी गांव झड़का थाना हस्तिनापुर जिला मेरठ हरिद्वार  ज्वालापुर में आटा चक्की का काम करता है। अतेंद्र ने चक्की लगाने के लिए लोन पत्नी के नाम पर लिया था।
इस बीच अतेंद्र का बैंक की एक महिला कर्मी के साथ अच्छे संबंध बन गए। मनीषा को जब इसका पता चला तो क्लेश होने लगा। इस बीच अतेंद्र को पता चला कि यदि मनीषा की मौत हो जाती है तो बैंक की ओर से लोन माफ कर दिया जाएगा। जिसके बाद अतेंद्र ने अपनी पत्नी मनीषा की हत्या करने की योजना बनाई।
और पत्नी को नशा देने लगा। पुलिस ने बताया कि आरोपी अतेंद्र ने बताया कि उसने मनीषा को घटना के दिन धोखे से नशा कराया और कार से हरिद्वार लेकर आया। इस काम में आरोपी ने अपनी आटा चक्की में  काम करने वाले नौकर अजय प्रकाश पुत्र भानू प्रकाश को पांच लाख रुपये देने की बात करके उसका सहयोग लिया।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने मनीषा को नशे की हालत में नसीरपुर के पास गंगनहर में फेंक दिया। इसे दुघर्टना दर्शाने के लिए नौकर अजय ने अपनी बाइक को भी नहर में फेंक दिया। ताकि पूछताछ होने पर बताया जा सके कि वह  मनीषा को बाइक से लेकर जा रहा  था।
और बाइक अनियंत्रित होकर गंगनहर में जा गिरी थी। मनीषा के परिजनों ने बीते शनिवार को कोतवाली आकर अतेंद्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। नौकर अजय ने पुलिस की कड़ी पूछताछ में सारा राज उगल दिया।


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