बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर असमंजस में अभिभावक

विकासनगर। आठ फरवरी से छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं का संचालन किए जाने के फैसला सरकार की ओर से लिया गया है। लेकिन अभिभावक अभी भी बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर असमंजस में हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर डर रहे हैं। वहीं कुछ अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार हैं। वहीं शिक्षकों ने स्कूल खुलने पर खुशी जताई है। कुछ अभिभावक इसे बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए अपने बच्चों को विद्यालय भेजने से मना कर रहे हैं। हालांकि विद्यालय भेजने से मना करने वालों में निजी शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले उन बच्चों के अभिभावक शामिल हैं, जिनके बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा मिल रही है।शिक्षक राम नारायण रतूड़़ी, राजपाल यादव, परविंद्र सैनी ने कहा कि जूनियर स्तर की कक्षाओं का संचालन शुरू करने का सरकार का फैसला स्वागत योग्य है। विद्यालय बंद होने के कारण छात्रों की शिक्षा और विद्यालय के प्रति रुचि समाप्त होने का खतरा पैदा हो गया था। विद्यालय खुलने पर कक्षाओं का संचालन विभाग की ओर से जारी एसओपी के अनुसार किया जाएगा।