नेता जी के जन्मदिन पर कम्बल के लिए मची लूट

रुड़की(आरएनएस)।  उत्तराखंड में रुड़की के लक्सर से कम्बल के लिए मची लूट का वीडियो सामने आया है। दरअसल यहां हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता अवतार सिंह भड़ाना का जन्मदिन मनाया जा रहा था। इस मौके पर गरीब लोगों के लिए कम्बल वितरण का कार्यक्रम भी रखा गया था, जिसके लिए आसपास के गांवों से भी हजारों लोग आए थे। इसी दौरान कंबल बंटना शुरू होते ही उन्हें लूटने की ऐसी होड़ मची कि लोग नेताजी का बर्थडे ही भूल गए और एक-दूसरे के साथ कम्बल के लिए छीना-झपटी करते नजर आए। दरअसल जैसे ही कम्बल बांटने का काम शुरू हुआ, मंच पर कम्बल लेने के लिए लोगों की भारी भीड़ लग गई और देखते ही देखते वहां कम्बल के लिए लूट मच गई और भगदड़ के हालात बन गए। लोगों को लगा कि कार्यक्रम में जितनी तादाद में लोग मौजूद हैं, उसके मुकाबले कंबल बेहद कम मात्रा में मंगवाए गए हैं, इसलिए जल्दी से कंबल लेने के चक्कर में भारी धक्का-मुक्की होने लगी और लूट के हालात बन गए। हालांकि अच्छी बात यह रही कि इस दौरान किसी तरह की कोई दुर्घटना नहीं हुई।
आयोजन में हिंदपुर से आई एक महिला ने बताया कि हमारे गांव में कल रात 8 बजे ऐलान किया गया था कि लक्सर में सुबह 8 बजे कंबल बांटे जाएंगे, लेकिन शाम के 4 बज चुके हैं और अबतक कंबल का कोई अता-पता नहीं है। यहां तक कि बहुत से लोगों को खाना तक भी नहीं मिला। लोग भारी ठंड में सुबह से बच्चों को साथ लेकर आए हैं और परेशान हो रहे हैं। एक अन्य बुजुर्ग महिला ने बताया कि कम्बल लेने के लिए आए थे, लेकिन कुछ भी नहीं मिला।
एक शख्स ने बताया कि हमें कंबल का लालच देकर यहां बुलाया था। हम अपनी दिहाड़ी छोड़कर यहां आए थे, लेकिन कंबल मिलना तो दूर रहा उल्टा यहां पुलिस से सूतवा रहे हैं। एक महिला ने बताया, ‘गांव-गांव कहकर आ गए कि जर्सी मिलेगी। सब गांव वाले आ गए, तो अब देने से मना कर रहे हैं। सुबह से शाम हो गई, मारपीट पर उतर आए हैं। वोट के लिए इतनी पब्लिक इकट्ठा कर ली, लेकिन यहां कोई सुविधा नहीं है। एक बुजुर्ग महिला को इतना बुरा मारा कि उसे अस्पताल ले जाना पड़ा।’
फरीदाबाद में रहने वाले अवतार सिंह भड़ाना अपना 68वां जन्मदिन मनाने के लिए रूड़की के लक्सर पहुंचे थे। कहा तो यह भी जा रहा है कि अब उनकी नजर लक्सर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने पर है। इसी वजह से स्थानीय लोगों का दिल जीतने के लिए उन्होंने उनके बीच बर्थडे मनाने का कार्यक्रम रखा था। हालांकि लोगों की ज्यादा दिलचस्पी नेताजी के केक से ज्यादा कम्बल में दिखाई दी।