अस्थाई कर्मियों को हटाने के आदेश के विरोध में सफाई कर्मियों का प्रदर्शन

हल्द्वानी(आरएनएस)।   प्रदेश के नगर निकायों में 2015 के बाद नियुक्त अस्थाई पर्यावरण मित्रों को हटाए जाने का सोमवार को नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने विरोध किया। सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम से तिकोनिया चौराहा होकर सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक विरोध में रैली निकाली और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। इस दौरान उनकी मांग नहीं मानने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। नगर निगम परिसर में सोमवार दोपहर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ और उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ ने विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य भवन के गेट पर प्रदर्शन कर दोनों संगठनों के नेताओं ने अस्थाई कर्मचारियों को हटाये जाने का विरोध किया। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राहत मसीह ने कहा कि संगठन वर्ष 2015 में स्थानीय निकायों के लिए स्वीकृत ढांचे का विरोध करता आ रहा है। शासन स्तर पर भी इस मामले में अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। 2018 में भी अस्थाई कर्मचारियों को हटाने के आदेश का संगठन ने विरोध किया था। मगर एक बार फिर शासन ने अस्थाई कर्मचारियों को हटाने का आदेश जारी कर दिया है। उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम अवतार राजौर ने कहा कि प्रदेश सरकार किसी को नियमित तो नहीं कर पा रही है, अब अस्थाई कर्मचारियों को भी हटाया जा रहा है। यह इन कर्मचारियों के साथ छल है। संगठन हमेशा से ठेका प्रथा के विरोध में रहा है, लेकिन सरकार इसकी उपेक्षा कर रही है। अगर सरकार ने उनकी मांग न मानी तो फिर आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस दौरान अशोक चौधरी, सुरेश लाल, महेंद्र राही, अशोक राज, अमित, विशाल कुमार, जय प्रकाश, ललित पाल, रोहित, सत्येंद्र, राजेश खन्ना, सिद्धार्थ, श्याम बाबू, रतन, राजेश भारती, रोहित मसीह, प्रमोद कुमार, बबलू वाल्मीकि आदि अन्य लोग मौजूद रहे।